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ऊना में खनन को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने, आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी

खनन माफिया स्वां नदी में बड़ी-बड़ी मशीने लगाकर रेत निकालकर इन डंपों पर फेंक कर रेत को गाड़ियों में भर रहे हैं.10 जुलाई को प्राकक्लन समिति ने इन डंपों को 24 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन विभाग इन डंपों को हटाने की बजाय जायज करार दे रहा है.

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Published : Jul 14, 2019, 8:23 PM IST

ऊना: जिला की खनन माफियों ने स्वां नदी से रेत निकालकर जगह-जगह डंप लगा दिये गए हैं, जबकि नियमानुसार खनन सामग्री की डंपिंग सिर्फ खनन पट्टा क्षेत्र में ही की जा सकती है.

खनन माफिया स्वां नदी में बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर रेत निकालकर इन डंपों पर फेंक कर रेत को गाड़ियों में भर रहे हैं. 10 जुलाई को प्राकक्लन समिति ने इन डंपों को 24 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन विभाग इन डंपों को हटाने की बजाय जायज करार दे रहा है. नियमानुसार खनन पट्टा क्षेत्र में ही रेत की स्टोरेज की जा सकती है, जबकि नदी में लगाए गए ये डंप लीज क्षेत्र से 100 मीटर दूर लगाए गए हैं. ऐसे में विभाग माइनिंग लीज एरिया से बाहर डंप लगाने के पीछे बरसात की दलील दे रहा है.

कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि इस मुद्दे पर कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन किया जाएगा. वहीं, भाजपा के प्रवक्ता प्रो. राम कुमार ने बताया कि जिला में 85 खनन पट्टे हैं, जिसमें से 68 माइनिंग लीज मुकेश अग्निहोत्री के उद्योग व खनन मंत्री रहते हुए स्वीकृत हुई हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इस मुद्दे पर खनन माफियों पर कार्रवाई कर रही है, लेकिन जब सख्ती होती है तो सबसे ज्यादा तकलीफ कांग्रेस को ही होती है.

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जिला खनन अधिकारी जिला परमजीत सिंह ने बताया कि जिला 85 खनन पट्टे स्वीकृत हैं और अधिकतर खनन पट्टे स्वां नदी क्षेत्र में ही है. साथ ही ये डंप वैध खनन स्त्रोतों के द्वारा ही लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में स्वां नदी के भीतर गाड़ियां नहीं जाती हैं, इसीलिए बाहर रेत की स्टोरेज की गई है.

एएसपी विनोद धीमान ने बताया कि साल 2018 में खनन के 310 चालान करके करीब 29 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया था. साथ ही 6 महीनों में भी खनन के 100 चालान काट कर करीब साढ़े 5 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस खनन के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है और आने वाले समय भी ये अभियान जारी रहेगा.

ऊना: जिला की खनन माफियों ने स्वां नदी से रेत निकालकर जगह-जगह डंप लगा दिये गए हैं, जबकि नियमानुसार खनन सामग्री की डंपिंग सिर्फ खनन पट्टा क्षेत्र में ही की जा सकती है.

खनन माफिया स्वां नदी में बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर रेत निकालकर इन डंपों पर फेंक कर रेत को गाड़ियों में भर रहे हैं. 10 जुलाई को प्राकक्लन समिति ने इन डंपों को 24 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन विभाग इन डंपों को हटाने की बजाय जायज करार दे रहा है. नियमानुसार खनन पट्टा क्षेत्र में ही रेत की स्टोरेज की जा सकती है, जबकि नदी में लगाए गए ये डंप लीज क्षेत्र से 100 मीटर दूर लगाए गए हैं. ऐसे में विभाग माइनिंग लीज एरिया से बाहर डंप लगाने के पीछे बरसात की दलील दे रहा है.

कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि इस मुद्दे पर कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन किया जाएगा. वहीं, भाजपा के प्रवक्ता प्रो. राम कुमार ने बताया कि जिला में 85 खनन पट्टे हैं, जिसमें से 68 माइनिंग लीज मुकेश अग्निहोत्री के उद्योग व खनन मंत्री रहते हुए स्वीकृत हुई हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इस मुद्दे पर खनन माफियों पर कार्रवाई कर रही है, लेकिन जब सख्ती होती है तो सबसे ज्यादा तकलीफ कांग्रेस को ही होती है.

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जिला खनन अधिकारी जिला परमजीत सिंह ने बताया कि जिला 85 खनन पट्टे स्वीकृत हैं और अधिकतर खनन पट्टे स्वां नदी क्षेत्र में ही है. साथ ही ये डंप वैध खनन स्त्रोतों के द्वारा ही लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में स्वां नदी के भीतर गाड़ियां नहीं जाती हैं, इसीलिए बाहर रेत की स्टोरेज की गई है.

एएसपी विनोद धीमान ने बताया कि साल 2018 में खनन के 310 चालान करके करीब 29 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया था. साथ ही 6 महीनों में भी खनन के 100 चालान काट कर करीब साढ़े 5 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस खनन के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है और आने वाले समय भी ये अभियान जारी रहेगा.

Intro:स्लग -- ऊना में लगा दिये रेत के बड़े बड़े डंप, प्राकक्लन समिति की फटकार के बाद भी नहीं हटें रेत के डंप, खनन विभाग रेत के डंपों को बता रहा जायज, खनन को लेकर कांग्रेस-भाजपा भी आमने-सामने, कांग्रेस विधायक ने दी आंदोलन की चेतावनी, वहीँ भाजपा कर रही कार्रवाई का दावा ।
Body:एंकर -- जिला ऊना की स्वां नदी से रेत निकालकर रेत के जगह-जगह डंप लगा दिये गए हैं। जबकि नियमानुसार खनन सामग्री की डंपिंग सिर्फ खनन पट्टा क्षेत्र में ही की जा सकती है। देर रात खननकारी स्वां नदी में बड़ी-बड़ी मशीने लगाकर रेत निकालकर इन डंपों पर फेंक रहे है ।और दिन में इन डंपों से ही रेत की गाड़ियां लोडकर रहे हैं। 10 जुलाई को प्राकक्लन समिति ने इन डंपों को 24 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए थे लेकिन विभाग इन डंपों को हटाने की बजाय जायज करार दे रहा है। वहीँ इस मुद्दे को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष भी आमने सामने आ गए है। कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने इस मुद्दे पर आंदोलन की चेतावनी दी है । वहीं भाजपा भी लगातार कार्रवाई करने का दावा कर रही है।

वी ओ 1 -- ऊना जिला में खननकारियों के होंसले इतने बुलंद है कि ऊना की जीवनधारा कही जाने वाली स्वां नदी में देर रात बड़ी-बड़ी मशीने लगाकर रेत निकाला जा रहा है। जिला ऊना में जगह-जगह रेत के बड़े बड़े डंप लगाए गए है जिनसे दिनभर रेत की सप्लाई की जाती है। 10 जुलाई को ऊना पहुंची प्राक्कलन समीति ने भी विभागों की समीक्षा बैठक के दौरान इस मुद्दे पर सख्त रूख अपनाते हुए रेत के डंपों को 24 घंटे के भीतर हटाने के निर्देश दिए थे। लेकिन खनन विभाग अभी भी कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है और 24 घण्टे तो क्या 4 दिन बीत जाने के बाद भी रेत के डंप ज्यों के त्यों लगे हुए है। खनन विभाग खननकारियों पर इतना मेहरबान है कि जगह-जगह लगे इन डंपों को जायज करार दे रहा है। खनन अधिकारी की माने तो ऊना जिला में 85 खनन पट्टे स्वीकृत है और अधिकतर खनन पट्टे स्वां नदी क्षेत्र में ही है। खनन अधिकारी का कहना है कि यह डंप वैध खनन स्त्रोतों के द्वारा ही लगाए गए है। लेकिन सवाल यह है कि नियमानुसार खनन पट्टा क्षेत्र में ही रेत की स्टोरेज की जा सकती है जबकि ऊना में लगाए गए यह डंप लीज क्षेत्र से कई सौ मीटर दूर लगाए गए है। वहीँ विभाग माइनिंग लीज एरिया से बाहर डंप लगाने के पीछे बरसात की दलील भी दे रहा है।

बाइट -- परमजीत सिंह (जिला खनन अधिकारी)
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वहीं खनन अधिकारी ने कहा कि बरसातों में स्वां नदी के भीतर गाड़ियां नहीं जाती इसीलिए बाहर रेत की स्टोरेज की गई है। लेकिन शायद खनन अधिकारी को यह बात याद नही कि बरसात तो अभी एक सप्ताह पहले ही शुरू हुई है। जबकि यह डंप पिछले लंबे अरसे से लगे हुए है। वहीँ खनन विभाग जल्द ही पुलिस और अन्य विभागों की मदद से कार्रवाई का दावा भी कर रहा है।


बाइट -- विनोद धीमान (एएसपी ऊना)
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वहीँ जिला पुलिस खनन के प्रति गंभीर होने का दावा करते हुए वर्ष 2018 में खनन के 310 चालान करके करीब 29 लाख रुपये जुर्माना बसूलने की बात कर रही है। एएसपी ऊना विनोद धीमान ने कहा कि इन 6 महीनों में भी पुलिस ने खनन के 100 चालान करके करीब साढ़े 5 लाख रुपये जुर्माना बसूला है। एएसपी ऊना ने कहा कि पुलिस खनन के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है और आने वाले समय भी यह अभियान जारी रहेगा

बाइट -- सतपाल रायजादा (कांग्रेस विधायक)
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वहीँ अवैध खनन और रेत के डंपों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष भी एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे है। विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती है। ऊना सदर से कांग्रेस के विधायक और प्राक्कलन समिति के सदस्य सतपाल रायजादा ने तो इस मामले पर कार्रवाई न होने के कारण प्रशासन के घेराव की चेतावनी दे डाली है।

बाइट -- प्रो. राम कुमार (प्रदेश प्रवक्ता भाजपा)
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वहीँ प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता प्रो. राम कुमार ने जगह-जगह रेत डंपों का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ते हुए कहा कि ऊना जिला में 85 खनन पट्टे है जिनमें से 68 माइनिंग लीज मुकेश अग्निहोत्री के उद्योग व खनन मंत्री रहते हुए स्वीकृत हुई है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा सरकार इस मुद्दे पर सख्ती से कार्रवाई कर रही है लेकिन जब सख्ती होती है तो सबसे ज्यादा तकलीफ कांग्रेस को ही होती है। राम कुमार ने इस मामले पर सख्ती से कार्रवाई का दावा भी किया।
Conclusion:
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