ऊना: हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों (retired employees of HRTC ) की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं. सरकार के साथ कई दौर की वार्ता के बावजूद समय पर पेंशन मिलने की उनकी मांग अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. हालत यह है कि पेंशन उन्हें समय पर मिलने की बजाय अगले महीने जा कर मिल रही है. इतना ही नहीं इन बुजुर्गों के मेडिकल बिल करीब 6 महीने से 1 साल तक के अरसे से एचआरटीसी के विभिन्न कार्यालय में धूल फांक रहे हैं, लेकिन सरकार की अनदेखी इन बुजुर्गों को रास नहीं आ रही. सोमवार को ऊना में सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण संगठन की एक बैठक हुई.
जिला मुख्यालय के पुराना बस स्टैंड (Una old bus stand) में तमाम पेंशनर्स ने इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ जमकर रोष प्रदर्शन किया. वहीं, चेतावनी भी दी कि यदि उनकी पेंशन समय पर रिलीज नहीं की गई तो उन्हें मजबूरन विधानसभा का घेराव करने के लिए विवश होना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की ही होगी. पुराने बस स्टैंड में आयोजित बैठक की अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष किशोरी लाल ने की. इस मौके पर निगम के सेवानिवृत्त हुए इन तमाम बुजुर्गों ने समय पर पेंशन नहीं मिलने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया.
पेंशनर्स का आरोप है कि पेंशन समय पर जारी करने की मांग को लेकर वह निगम के अधिकारियों से लेकर सरकार के नुमाइंदों से कई बार मिल चुके हैं. हर बार उन्हें समय पर पेंशन दिए जाने के आश्वासन तो दिए जाते हैं, लेकिन इन आश्वासनों पर अमल नहीं किया जाता. उन्होंने कहा कि अब भी उनकी पेंशन 1 माह के अंतराल के बाद मिल रही है. पेंशनर की समस्या यहीं खत्म नहीं हो जाती उनके मेडिकल बिल भी लंबे अरसे से एचआरटीसी के कई कार्यालयों में धूल फांक रहे हैं.
संगठन के जिलाध्यक्ष किशोरी लाल ने कहा कि एचआरटीसी सेवानिवृत्त कर्मचारियों को समय पर पेंशन तो दे ही नहीं रही, उनके द्वारा कार्यालयों में दिए गए मेडिकल बिल का भी कोई फॉलो-अप नहीं लिया जा रहा. उन्होंने आरोप जड़ा कि निगम से रिटायर हुए कई बुजुर्ग पैसे की कमी के चलते इलाज नहीं करवा पा रहे हैं और दम तोड़ रहे हैं. किशोरी लाल ने दो टूक कहा कि यदि अब भी निगम ने अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया तो सभी बुजुर्गों को एकत्रित होकर विधानसभा का घेराव करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
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