ऊना: हिमाचल प्रदेश में गुरु नानक देव जी के वंशज बाबा सर्वजोत सिंह ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं. बाबा सर्वजोत सिंह की राज्य सरकार से मांग है की पंजाबी को दूसरी भाषा का दर्जा दिया जाए.
गुरु नानक देव जी के वंशज बाबा सर्वजोत सिंह बेदी ने पंजाबी को दूसरी भाषा का दर्जा देने की मांग उठाई है. बाबा सर्वजोत सिंह बेदी ने कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो लोकसभा चुनाव में सिख समुदाय नोटा का बटन दबाएंगे.
बाबा बेदी ने कहा कि सभी सरकारों ने चुनाव के समय पंजाबी को दूसरी भाषा का दर्जा देने के वायदे तो किए लेकिन चुनाव बीत जाने के बाद कोई भी अपने वायदे को पूरा नहीं करता है. बाबा बेदी ने 26 फरवरी को ऊना में बैठक कर इस मांग को लेकर आगामी योजना बनाने का दावा किया.
संत समाज के अध्यक्ष बाबा सर्वजोत सिंह बेदी ने कहा कि हिमाचल सरकार संस्कृत को दूसरी भाषा का दर्जा देने जा रही है लेकिन सिख समाज की लंबे अरसे से पंजाबी को दूसरी भाषा का दर्जा देने की मांग को अनदेखा कर दिया गया है. बाबा बेदी ने कहा कि संस्कृत भाषा का हिंदुस्तान की संस्कृति के साथ विशेष नाता है और संस्कृत के प्रति हमारा कोई विरोध भी नहीं है.
बाबा सर्वजोत सिंब बेदी ने आगे कहा कि सिख ग्रंथों में भी संस्कृत के श्लोकों को पंजाबी में लिखा गया है. बाबा बेदी ने कहा है की पंजाबी विश्व में बोले जाने वाली भाषा है और हिमाचल में ज्यादातर हिस्सों में इसे बोला जाता है.