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हिमाचल प्रदेश की 10 बड़ी खबरें @ 3 PM

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Published : May 3, 2022, 3:01 PM IST

हिमाचल में सूखे के चलते बागवानों को नुकसान होना शुरू हो गया है. सेब बागवानों के लगाए गए अर्ली वैरायटी सेब के पौधे बारिश न होने के चलते सूख रहे और नमी ना होने के चलते अब तक 35 हजार सेब के पौधों को नुकसान हो (Effect of drought on apple plants in Kullu) पहुंचा है. बागवानी विभाग के सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ. पढ़ें, दोपहर 3 बजे तक की हिमाचल प्रदेश की 10 बड़ी खबरें...

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हिमाचल प्रदेश की 10 बड़ी खबरें

हिमाचल में स्कूलों का समय बदला, अब इतने बजे खुलेंगे स्कूल:हिमाचल प्रदेश में इस बार गर्मी ज्यादा होने के कारण स्कूलों के समय में परिवर्तन किया (school timings changed in himachal) गया है. जानकारी के मुताबिक समयसारिणी में जो बदलाव किया गया उसके आधार पर अब स्कूल सुबह 7 बजे खुलेंगे और दोपहर साढ़े 12 बजे बंद हो जाएंगे. या फिर सुबह 7:30 खुलेंगे और दोपहर 12:50 बजे तक बंद करना होंगे. हिमाचल में समय में बदलाव के पहले सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक स्कूलों को खोला जा रहा था,लेकिन अब स्कूलों को जल्दी खोलने का निर्देश शिक्षा विभाग की तरफ से जारी किया गया है.

कुल्लू में 35 हजार सेब के पौधों पर सूखे की मार, आनी और निरमंड में ज्यादा नुकसान: सूखे के चलते बागवानों को नुकसान होना शुरू हो गया है. सेब बागवानों के लगाए गए अर्ली वैरायटी सेब के पौधे बारिश न होने के चलते सूख रहे और नमी ना होने के चलते अब तक 35 हजार सेब के पौधों को नुकसान हो (Effect of drought on apple plants in Kullu) पहुंचा है. बागवानी विभाग के सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ. विभाग के पास पहले सेब के पौधों के मुरझाने की शिकायतें आ रही थी,लेकिन जब विभाग की टीम ने बागवानी बहुल इलाकों का दौरा किया तो पाया कि बारिश व नमी ना होने के चलते 35000 पौधे सूख गए.इससे बागवानों को काफी नुकसान हुआ.

BRO ने किया रोहतांग दर्रा बहाल, मनाली प्रशासन करेगा निरीक्षण: देश-दुनिया के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रोहतांग दर्रा बीआरओ ने बहाल कर (bro restored rohtang-pass) दिया. वहीं, अब मनाली प्रशासन यहां का निरीक्षण करेगा और उसके बाद यहां पर्यटकों को जाने की इजाजत दी जाएगी. इसके अलावा रोहतांग जाने के लिए ऑनलाइन परमिट व्यवस्था को भी प्रशासन शुरू करेगा. रोहतांग दर्रा का दीदार करने के लिए पर्यटकों को ऑनलाइन परमिट लेना आवश्यक होगा और परमिट के माध्यम से ही पर्यटकों को यहां रोहतांग दर्रा जाने की अनुमति प्रशासन देगा. बीआरओ ने रोहतांग दर्रे से बर्फ हटाने का काम पूरा कर लिया और मनाली प्रशासन को सूचित किया गया है.

दो साल बाद ईद पर हुई सामूहिक नमाज, अमन-चैन की दुआओं के लिए उठे हजारों हाथ:जिला मुख्यालय नाहन में मंगलवार सुबह 9 बजे ईद-उल-फितर की मुख्य नमाज अदा की (Prayers of Eid were performed in Nahan) गई. शहर के रामकुंडी में स्थित नगर परिषद मैदान में हजारों नमाजियों ने एक साथ नमाज पढ़ी और देश-प्रदेश में अमन-चैन की दुआएं मांगी. दरअसल 2 साल के बाद सामूहिक रूप से ईद-उल-फितर की नमाज नगर परिषद के मैदान में सामुहिक रूप से अदा की गई है. कोरोना के चलते बीते 2 साल से मस्जिदों और घरों में ही नमाज पढ़ी (Eid celebration in Nahan) जा रही थी.

आग से धधक रहे हिमाचल के जंगल, सरकार के तमाम दावे फेल: पिछले कुछ ही दिनों में प्रदेश के जंगलों में 877 जगह पर आग लगने की घटनाएं सामने आई है. अब तक कुल मिलाकर 6961.75 हैक्टेयर क्षेत्र आग की (Cases of forest fire in Himachal Pradesh) चपेट में आया है. जिसमें 5672.77 हेक्टेयर प्राकृतिक वन भूमि और 1246.98 हैक्टेयर प्लांटेशन वाला क्षेत्र शामिल है. आग लगने से कई वन्य जीव भी काल का ग्रास बन गए हैं. इस सीजन में यानी एक महीने के अंदर 1 करोड़ 84 लाख 38 हजार 588 रुपए का नुकसान हो चुका है.

अमेरिका यात्रा: तिब्बत के राष्ट्रपति पेनपा सेरिंग ने न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के तिब्बतियों से की मुलाकात: तिब्बत के राष्ट्रपति पेनपा सेरिंग ने अपनी पहली अमेरिका यात्रा के (Tibet President Penpa Tsering) अंतिम चरण में न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के तिब्बतियों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित भी किया. इसके अलावा पेनपा सेरिंग ने इलियट स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स (GWU) द्वारा आयोजित एक सेमिनार में भाग लिया.

न्यूजीलैंड के सांसद गौरव शर्मा पहुंचे अपने घर हमीरपुर, हिमाचल चुनाव को लेकर कही ये बात: न्यूजीलैंड में भारतीय मूल के सांसद डॉ. गौरव शर्मा (MP in New Zealand Gaurav Sharma) इन दिनों अपने घर हमीरपुर पहुंचे हुए हैं. हमीरपुर के हडेटा गांव से संबंध रखने वाले डॉ. गौरव शर्मा कई सालों बाद अपने घर लौटे हैं. दरअसल गौरव शर्मा भारत में न्यूजीलैंड की ओर से ऑफिशियल टूर पर आए हुए हैं. गौरव शर्मा ने बताया कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच दोस्ती गहरी हो और दोनों देशों के आपसी संबंधों में सुधार आए, इसके चलते वह न्यूजीलैंड सरकार की ओर से भारत आए हैं.

पानी की टंकी में डूबने से चार वर्षीय मासूम की मौत: मीरपुर जिले की ग्राम पंचायत पटेरा (Patera Panchayat of Hamirpur) के जिंदवी ब्राह्मणा गांव में सोमवार को पानी की टंकी में डूबने से चार वर्षीय बच्चे की मौत (Child dies after drowning in water tank) हो गई है. हालांकि परिजनों ने पुलिस में मामला दर्ज नहीं करवाया है. जानकारी के मुतबिक सोमवार शाम को चार वर्षीय मासूम तनिष्क कुमार की घर के आंगन में रखी पानी की टंकी में डूबने से मौत हो गई. इस बच्चे की मां कपड़े धोने के लिए घर के साथ लगती बावड़ी पर गई हुई थी.

हिमाचल में शिमला, कांगड़ा और सोलन को सबसे अधिक जख्म दे रहे सड़क हादसे, लाहौल-स्पीति सबसे सुरक्षित: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश को सड़क हादसे (road accidents in himachal) गहरा जख्म देते हैं. हिमाचल की सड़कें हादसों के प्रति संवेदनशील हैं और सभी प्रयास करने के बावजूद दुर्घटनाएं थम नहीं रहीं हैं. न साल के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इन तीन जिलों में 1354 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. सड़क दुर्घटनाओं के लिहाज से प्रदेश का सबसे छोटा जिला लाहौल-स्पीति सबसे सुरक्षित है.

4 से 7 जून तक शिमला के रिज मैदान पर होगा समर फेस्टिवल का आयोजन: राजधानी शिमला में दो साल बाद अंतरराष्ट्रीय शिमला समर फेस्टिवल आयोजन (International Summer Festival Shimla) होने जा रहा है. कोरोना के चलते दो साल तक समर फेस्टिवल का आयोजन नहीं किया जा सका था. वहीं, इस साल कोरोना के मामले कम होने पर जिला प्रशासन ने 4 जून से 7 जून तक रिज मैदान पर फेस्टिवल करने का फैसला लिया है.

हिमाचल में स्कूलों का समय बदला, अब इतने बजे खुलेंगे स्कूल:हिमाचल प्रदेश में इस बार गर्मी ज्यादा होने के कारण स्कूलों के समय में परिवर्तन किया (school timings changed in himachal) गया है. जानकारी के मुताबिक समयसारिणी में जो बदलाव किया गया उसके आधार पर अब स्कूल सुबह 7 बजे खुलेंगे और दोपहर साढ़े 12 बजे बंद हो जाएंगे. या फिर सुबह 7:30 खुलेंगे और दोपहर 12:50 बजे तक बंद करना होंगे. हिमाचल में समय में बदलाव के पहले सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक स्कूलों को खोला जा रहा था,लेकिन अब स्कूलों को जल्दी खोलने का निर्देश शिक्षा विभाग की तरफ से जारी किया गया है.

कुल्लू में 35 हजार सेब के पौधों पर सूखे की मार, आनी और निरमंड में ज्यादा नुकसान: सूखे के चलते बागवानों को नुकसान होना शुरू हो गया है. सेब बागवानों के लगाए गए अर्ली वैरायटी सेब के पौधे बारिश न होने के चलते सूख रहे और नमी ना होने के चलते अब तक 35 हजार सेब के पौधों को नुकसान हो (Effect of drought on apple plants in Kullu) पहुंचा है. बागवानी विभाग के सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ. विभाग के पास पहले सेब के पौधों के मुरझाने की शिकायतें आ रही थी,लेकिन जब विभाग की टीम ने बागवानी बहुल इलाकों का दौरा किया तो पाया कि बारिश व नमी ना होने के चलते 35000 पौधे सूख गए.इससे बागवानों को काफी नुकसान हुआ.

BRO ने किया रोहतांग दर्रा बहाल, मनाली प्रशासन करेगा निरीक्षण: देश-दुनिया के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रोहतांग दर्रा बीआरओ ने बहाल कर (bro restored rohtang-pass) दिया. वहीं, अब मनाली प्रशासन यहां का निरीक्षण करेगा और उसके बाद यहां पर्यटकों को जाने की इजाजत दी जाएगी. इसके अलावा रोहतांग जाने के लिए ऑनलाइन परमिट व्यवस्था को भी प्रशासन शुरू करेगा. रोहतांग दर्रा का दीदार करने के लिए पर्यटकों को ऑनलाइन परमिट लेना आवश्यक होगा और परमिट के माध्यम से ही पर्यटकों को यहां रोहतांग दर्रा जाने की अनुमति प्रशासन देगा. बीआरओ ने रोहतांग दर्रे से बर्फ हटाने का काम पूरा कर लिया और मनाली प्रशासन को सूचित किया गया है.

दो साल बाद ईद पर हुई सामूहिक नमाज, अमन-चैन की दुआओं के लिए उठे हजारों हाथ:जिला मुख्यालय नाहन में मंगलवार सुबह 9 बजे ईद-उल-फितर की मुख्य नमाज अदा की (Prayers of Eid were performed in Nahan) गई. शहर के रामकुंडी में स्थित नगर परिषद मैदान में हजारों नमाजियों ने एक साथ नमाज पढ़ी और देश-प्रदेश में अमन-चैन की दुआएं मांगी. दरअसल 2 साल के बाद सामूहिक रूप से ईद-उल-फितर की नमाज नगर परिषद के मैदान में सामुहिक रूप से अदा की गई है. कोरोना के चलते बीते 2 साल से मस्जिदों और घरों में ही नमाज पढ़ी (Eid celebration in Nahan) जा रही थी.

आग से धधक रहे हिमाचल के जंगल, सरकार के तमाम दावे फेल: पिछले कुछ ही दिनों में प्रदेश के जंगलों में 877 जगह पर आग लगने की घटनाएं सामने आई है. अब तक कुल मिलाकर 6961.75 हैक्टेयर क्षेत्र आग की (Cases of forest fire in Himachal Pradesh) चपेट में आया है. जिसमें 5672.77 हेक्टेयर प्राकृतिक वन भूमि और 1246.98 हैक्टेयर प्लांटेशन वाला क्षेत्र शामिल है. आग लगने से कई वन्य जीव भी काल का ग्रास बन गए हैं. इस सीजन में यानी एक महीने के अंदर 1 करोड़ 84 लाख 38 हजार 588 रुपए का नुकसान हो चुका है.

अमेरिका यात्रा: तिब्बत के राष्ट्रपति पेनपा सेरिंग ने न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के तिब्बतियों से की मुलाकात: तिब्बत के राष्ट्रपति पेनपा सेरिंग ने अपनी पहली अमेरिका यात्रा के (Tibet President Penpa Tsering) अंतिम चरण में न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के तिब्बतियों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित भी किया. इसके अलावा पेनपा सेरिंग ने इलियट स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स (GWU) द्वारा आयोजित एक सेमिनार में भाग लिया.

न्यूजीलैंड के सांसद गौरव शर्मा पहुंचे अपने घर हमीरपुर, हिमाचल चुनाव को लेकर कही ये बात: न्यूजीलैंड में भारतीय मूल के सांसद डॉ. गौरव शर्मा (MP in New Zealand Gaurav Sharma) इन दिनों अपने घर हमीरपुर पहुंचे हुए हैं. हमीरपुर के हडेटा गांव से संबंध रखने वाले डॉ. गौरव शर्मा कई सालों बाद अपने घर लौटे हैं. दरअसल गौरव शर्मा भारत में न्यूजीलैंड की ओर से ऑफिशियल टूर पर आए हुए हैं. गौरव शर्मा ने बताया कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच दोस्ती गहरी हो और दोनों देशों के आपसी संबंधों में सुधार आए, इसके चलते वह न्यूजीलैंड सरकार की ओर से भारत आए हैं.

पानी की टंकी में डूबने से चार वर्षीय मासूम की मौत: मीरपुर जिले की ग्राम पंचायत पटेरा (Patera Panchayat of Hamirpur) के जिंदवी ब्राह्मणा गांव में सोमवार को पानी की टंकी में डूबने से चार वर्षीय बच्चे की मौत (Child dies after drowning in water tank) हो गई है. हालांकि परिजनों ने पुलिस में मामला दर्ज नहीं करवाया है. जानकारी के मुतबिक सोमवार शाम को चार वर्षीय मासूम तनिष्क कुमार की घर के आंगन में रखी पानी की टंकी में डूबने से मौत हो गई. इस बच्चे की मां कपड़े धोने के लिए घर के साथ लगती बावड़ी पर गई हुई थी.

हिमाचल में शिमला, कांगड़ा और सोलन को सबसे अधिक जख्म दे रहे सड़क हादसे, लाहौल-स्पीति सबसे सुरक्षित: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश को सड़क हादसे (road accidents in himachal) गहरा जख्म देते हैं. हिमाचल की सड़कें हादसों के प्रति संवेदनशील हैं और सभी प्रयास करने के बावजूद दुर्घटनाएं थम नहीं रहीं हैं. न साल के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इन तीन जिलों में 1354 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. सड़क दुर्घटनाओं के लिहाज से प्रदेश का सबसे छोटा जिला लाहौल-स्पीति सबसे सुरक्षित है.

4 से 7 जून तक शिमला के रिज मैदान पर होगा समर फेस्टिवल का आयोजन: राजधानी शिमला में दो साल बाद अंतरराष्ट्रीय शिमला समर फेस्टिवल आयोजन (International Summer Festival Shimla) होने जा रहा है. कोरोना के चलते दो साल तक समर फेस्टिवल का आयोजन नहीं किया जा सका था. वहीं, इस साल कोरोना के मामले कम होने पर जिला प्रशासन ने 4 जून से 7 जून तक रिज मैदान पर फेस्टिवल करने का फैसला लिया है.

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