ETV Bharat / city

'हिमाचल में BJP व कांग्रेस सवर्णों का करती आई है शोषण, उपचुनाव में ट्रेलर, 2022 में दिखेगी पिक्चर'

सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि वे लोग सवर्ण आयोग की मांग को लेकर पिछले 10 महीनों से मांग कर रहे है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता उनकी बात पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.

Press conference of Devbhoomi Kshatriya organization in Solan
देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर
author img

By

Published : Nov 11, 2021, 1:34 PM IST

सोलन: सवर्ण आयोग की मांग से हिमाचल प्रदेश में लगातार राजनीति गर्म होती जा रही है. उपचुनावों के बाद अब एक बार फिर देवभूमि क्षत्रिय संगठन अपनी मांग को लेकर शिमला से लेकर हरिद्वार तक 800 किलोमीटर की सवर्ण समाज अधिकार यात्रा 15 नवंबर से शुरू करने वाला है. सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि वे लोग सवर्ण आयोग की मांग को लेकर पिछले 10 महीनों से मांग कर रहे है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता उनकी बात पर ध्यान नही दे रहे हैं.

रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आज तक जितने भी मुख्यमंत्री रहे हैं वे आज तक सवर्ण जाति के रहे हैं, लेकिन वे सभी राजनीति रोटियां सेंकने के आदि हो चुके हैं. ये लोग जातिवाद से ऊपर नहीं उठना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि प्रदेश में 62 लाख की आबादी प्रदेश में सवर्ण जाति की है और सवर्ण जाति के लोग ही सबसे अधिक शोषण का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ चुका है कि प्रदेश के नेताओं का शुद्धिकरण होना चाहिए.

वीडियो.

रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि देवभूमि क्षत्रिय संगठन और देवभूमि सवर्ण मोर्चा 15 नवम्बर से शिमला से लेकर हरिद्वार तक 800 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू करने वाला है. उन्होंने कहा कि हरिद्वार से गंगाजल लाकर 10 दिसम्बर से शुरू होने वाले धर्मशाला विधानसभा सत्र में उस गंगाजल को छिड़कर सभी विधायकों का शुद्धिकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस शुद्धिकरण यात्रा के बाद हिमाचल में राजनीतिक बदलाव होंगे.

रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि जब अल्पसंख्यक जाति के लोग एकत्र होकर संगठन की स्थापना कर सकते हैं तो बहुसंख्यक लोगों को गठन करने का अधिकार क्यों नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 62 लाख लोगों की उपेक्षा देवभूमि क्षत्रिय संगठन किसी भी हालत में सहन नहीं करेगा.

वहीं, रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उन सभी नेताओं को छठी का दूध याद दिलाया जाएगा जो सवर्ण आयोग की मांग पर बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हाल ही में हुए 4 उपचुनाव में देवभूमि क्षत्रिय संगठन भाजपा और कांग्रेस को ट्रेलर दिखा चुका है, लेकिन 2022 में होने वाले चुनाव में देवभूमि क्षत्रिय संगठन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को पूरी पिक्चर दिखाने के लिए तैयार है.

ये भी पढ़ें- जोर पकड़ रही सवर्ण आयोग के गठन की मांग, अपना वादा पूरा करें CM : ठाकुर कौल सिंह

सोलन: सवर्ण आयोग की मांग से हिमाचल प्रदेश में लगातार राजनीति गर्म होती जा रही है. उपचुनावों के बाद अब एक बार फिर देवभूमि क्षत्रिय संगठन अपनी मांग को लेकर शिमला से लेकर हरिद्वार तक 800 किलोमीटर की सवर्ण समाज अधिकार यात्रा 15 नवंबर से शुरू करने वाला है. सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि वे लोग सवर्ण आयोग की मांग को लेकर पिछले 10 महीनों से मांग कर रहे है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता उनकी बात पर ध्यान नही दे रहे हैं.

रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आज तक जितने भी मुख्यमंत्री रहे हैं वे आज तक सवर्ण जाति के रहे हैं, लेकिन वे सभी राजनीति रोटियां सेंकने के आदि हो चुके हैं. ये लोग जातिवाद से ऊपर नहीं उठना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि प्रदेश में 62 लाख की आबादी प्रदेश में सवर्ण जाति की है और सवर्ण जाति के लोग ही सबसे अधिक शोषण का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ चुका है कि प्रदेश के नेताओं का शुद्धिकरण होना चाहिए.

वीडियो.

रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि देवभूमि क्षत्रिय संगठन और देवभूमि सवर्ण मोर्चा 15 नवम्बर से शिमला से लेकर हरिद्वार तक 800 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू करने वाला है. उन्होंने कहा कि हरिद्वार से गंगाजल लाकर 10 दिसम्बर से शुरू होने वाले धर्मशाला विधानसभा सत्र में उस गंगाजल को छिड़कर सभी विधायकों का शुद्धिकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस शुद्धिकरण यात्रा के बाद हिमाचल में राजनीतिक बदलाव होंगे.

रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि जब अल्पसंख्यक जाति के लोग एकत्र होकर संगठन की स्थापना कर सकते हैं तो बहुसंख्यक लोगों को गठन करने का अधिकार क्यों नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 62 लाख लोगों की उपेक्षा देवभूमि क्षत्रिय संगठन किसी भी हालत में सहन नहीं करेगा.

वहीं, रुमित सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उन सभी नेताओं को छठी का दूध याद दिलाया जाएगा जो सवर्ण आयोग की मांग पर बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हाल ही में हुए 4 उपचुनाव में देवभूमि क्षत्रिय संगठन भाजपा और कांग्रेस को ट्रेलर दिखा चुका है, लेकिन 2022 में होने वाले चुनाव में देवभूमि क्षत्रिय संगठन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को पूरी पिक्चर दिखाने के लिए तैयार है.

ये भी पढ़ें- जोर पकड़ रही सवर्ण आयोग के गठन की मांग, अपना वादा पूरा करें CM : ठाकुर कौल सिंह

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.