सोलन: प्रदेश के सबसे बड़े औद्येागिक क्षेत्र बीबीएन में उद्योगपतियों व ठेकेदारों की मनमानी के चलते कोरोना मरीजों की संख्या जिस प्रकार से बढ़ रही है. उससे ये साफ है कि आने वाले समय में फार्मा हब के रूप में मशहूर बीबीएन अब करोना हब बनने की कगार पर है. एक समय ऐसा भी आ गया था कि प्रदेश का बीबीएन क्षेत्र कोरोना फ्री होने की कगार पर था और जैसे ही सरकार ने उद्योगपतियों व उनके कामगारों केा बाहरी राज्यों से बीबीएन में आने की अनुमति दी, तभी से कोरोना के मरीजों में भारी बढ़ोतरी होना शुरू हुआ. ये बात हिंद मजदूर सभा के कार्यकर्ताओं ने कही है.
हिंद मजदूर सभा के कार्यकारी अध्यक्ष संजीव कुमार अगर सरकार द्वारा जल्द ही इस तरफ कोई फैसला नहीं लिया गया, तो वो दिन दूर नहीं जब क्षेत्र में उद्योगों के कारण महामारी फैलेगी. आज बीबीएन में अधिकतम कोरोना मरीजों के मामले उद्योगों से जुड़े हैं, क्योंकि जिस समय लॉकडाउन लगा था, उस समय बीबीएन में सिर्फ 8 से 10 कोरोना के मामले क्षेत्र में एक्टिव थे, लेकिन सरकार द्वारा उद्योगों को चलाने की अनुमति मिलने पर कोरोना केस में बढोतरी दर्ज हुई.
भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष मेला राम चंदेल ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा क्षेत्र की जनता और फ्रंटलाइन वॉरियर्स के स्वास्थ्य को मद्देनजर कुछ नियम तय किए गए थे. जिसके तहत उद्योगपतियों को सख्त निर्देश दिए गए थे कि उन्हें उद्योगों के कामगारों व उद्यमियों को क्षेत्र में ही रखने की व्यवस्था करनी होगी, जिसके लिए उन्हें एक बार आने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन उद्योगपतियों को प्रशासन की शर्त मंजूर नहीं हुई. जिसके चलते उद्योगपतियों द्वारा रोजाना आने-जाने के लिए अपने साथ-साथ अपने कर्मचारियों के भी पास बनवाए गए. परिणाम स्वरूप बीबीएन क्षेत्र के लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने लगा.
हिंद मजदूर सभा के कार्यकारी अध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि उद्योगपतियों द्वारा अब अपने उद्योगों में काम को बढ़ाने के लिए मजदूरों को भी बीबीएन में वैध और अवैध तरीके से बुलाया जा रहा है और बाहरी राज्यों के ठेकेदार कार्य को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि रात के अंधेरे में हरियाणा व पंजाब के बॉर्डर से हजारों लोग बिना किसी जांच के ही पैदल हिमाचल में प्रवेश कराए जा रहे हैं. हालांकि बीबीएन पुलिस प्रशासन ने समय रहते कई उद्योगों के ठेकेदारों के खिलाफ मामले भी दर्ज किए हैं और कुछ उद्योगपतियों के खिलाफ नियमों की अवहेलना करने के मुकदमे दर्ज किए हैं, क्योंकि क्षेत्र में अधिकतम लोगों का व्यवसाय उद्योग पतियों के साथ जुड़ा है. चाहे वो दुकानदार हो या फिर रहने के लिए मकान किराए पर दिए हो. उन्होंने कहा कि वो दिन दूर नहीं है, जब कोई भी मजदूर काम करने के लिए बीबीएन में नहीं आएगा.
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