सोलन: शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित एक सेमिनार की अध्यक्षता की. इस मौके पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत को विश्व गुरु के सिंहासन पर विराजमान करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से एक ऐसी शिक्षा अपने बच्चों को देना चाहते, जिसके दम पर बच्चे वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सके. गोविंद ठाकुर ने कहा कि विश्व बैंक के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के लिये 650 करोड़ का स्टार प्रोजेक्ट स्वीकृत करवाया है.
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इस स्टार प्रोजेक्ट के अंतर्गत यह निर्णय लिया गया है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संबंध में हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों में स्टेक होल्डर के साथ बैठकर मीटिंग करके उसमें विचार मंथन किया जा रहा है. उसके बाद जो एक्शन प्लान बनेगा उसपर भी भारत सरकार व विश्व बैंक से चर्चा की जाएगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत अब तीसरी पांचवीं और आठवीं कक्षा के जो बच्चे हैं. उनके परीक्षा परिणाम और परीक्षा लेने का काम भी हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड करेगा.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से पूरे प्रदेश के 12 जिलों में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर वर्कशॉप करेंगे, जिसमें नई राष्ट्रीय नीति 2020 को धरातल पर उतारने के लिए चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सोलन में हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने कार्यशाला आयोजित की. जिसमें प्रदेश सरकार शिक्षा विभाग ने एक प्लान तैयार कर रही है, और पूरे प्रदेश मे कार्यशाला करने के बाद एक एक्शन प्लान के तहत प्रदेश में नई राष्ट्रीय नीति लागू होगी.
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में फिलहाल कोरोना के मामले कम हो रहे हैं, लेकिन अभी भी स्कूल खोलने को लेकर जल्दबाजी नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि जहां-जहां भी वह प्रदेश में कार्यशाला के लिए हिमाचल प्रदेश का दौरा कर रहे हैं, वहां पर बच्चे, अभिभावक और अध्यापक यही बात कर रहे कि स्कूलों को खोला जाए, लेकिन सरकार सभी चीजों को देखते हुए इस पर निर्णय लेगी कब स्कूल खोले जाना चाहिए.
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