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'साहब! एंबुलेंस में होती है नशे की सप्लाई, पुलिस की नाक के नीचे होता है सारा खेल' - शिमला

जिला परिषद के सदस्यों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. जिला परिषद सदस्यों ने कहा कि पुलिस की देख-रेख में ही नशा माफिया फल फूल रहा है. पुलिस की नाक के नीचे नशे का कारोबार हो रहा है, लेकिन पुलिस नशे का काला कारोबार करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.

जिला परिषद की बैठक में हिस्सा लेते सदस्य
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Published : Jul 4, 2019, 7:05 PM IST

शिमला: प्रदेश सहित राजधानी में युवा वर्ग नशे का आदी हो रहा है. नशे के बढ़ते प्रभाव ने जन प्रतिनिधियों की चिंता भी बढ़ा दी है. वीरवार को हुई शिमला जिला परिषद की बैठक में भी जिला परिषद सदस्यों ने नशे के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जाहिर की है.

बैठक में जिला परिषद के सदस्यों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. जिला परिषद सदस्यों ने कहा कि पुलिस की देख-रेख में ही नशा माफिया फल फूल रहा है. पुलिस की नाक के नीचे नशे का कारोबार हो रहा है, लेकिन पुलिस नशे का काला कारोबार करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस शहरों में ही नशे के खिलाफ जागरूक अभियान चलाती है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस न तो नशे को रोकने का काम कर रही है और न ही तस्करों को पकड़ा जा रहा है.

जिला परिषद की बैठक में हिस्सा लेते सदस्य

जिला परिषद सदस्य नीलम सरैक ने कहा कि ऊपरी शिमला में कई क्षेत्र नशे का हब बन चुके हैं. 80 फीसदी युवा इसकी चपेट में है. उन्होने कहा कि एम्बुलेंस में नशे का सामान आता है. पुलिस की मिलीभगत से ही नशा तस्करी का कारोबार चल रहा है. पुलिस की नाक के नीचे सारा खेल चल रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

वीडियो

जिला परिषद अध्यक्ष धर्मिला हरनोट ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आ रही है. इसके बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए पुलिस और अन्य विभगों को मिल कर काम करना चाहिए. वहीं, एएसपी प्रवीण ठाकुर ने कहा कि पुलिस शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रो में नशे के खिलाफ अभियान चला रही है. ग्रमीण क्षेत्रो में भी नशे के करोबारियों को पकड़ा जा रहा है. जहां से भी सूचना मिलती है पुलिस कार्रवाई करती है.

शिमला: प्रदेश सहित राजधानी में युवा वर्ग नशे का आदी हो रहा है. नशे के बढ़ते प्रभाव ने जन प्रतिनिधियों की चिंता भी बढ़ा दी है. वीरवार को हुई शिमला जिला परिषद की बैठक में भी जिला परिषद सदस्यों ने नशे के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जाहिर की है.

बैठक में जिला परिषद के सदस्यों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. जिला परिषद सदस्यों ने कहा कि पुलिस की देख-रेख में ही नशा माफिया फल फूल रहा है. पुलिस की नाक के नीचे नशे का कारोबार हो रहा है, लेकिन पुलिस नशे का काला कारोबार करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस शहरों में ही नशे के खिलाफ जागरूक अभियान चलाती है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस न तो नशे को रोकने का काम कर रही है और न ही तस्करों को पकड़ा जा रहा है.

जिला परिषद की बैठक में हिस्सा लेते सदस्य

जिला परिषद सदस्य नीलम सरैक ने कहा कि ऊपरी शिमला में कई क्षेत्र नशे का हब बन चुके हैं. 80 फीसदी युवा इसकी चपेट में है. उन्होने कहा कि एम्बुलेंस में नशे का सामान आता है. पुलिस की मिलीभगत से ही नशा तस्करी का कारोबार चल रहा है. पुलिस की नाक के नीचे सारा खेल चल रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

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जिला परिषद अध्यक्ष धर्मिला हरनोट ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आ रही है. इसके बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए पुलिस और अन्य विभगों को मिल कर काम करना चाहिए. वहीं, एएसपी प्रवीण ठाकुर ने कहा कि पुलिस शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रो में नशे के खिलाफ अभियान चला रही है. ग्रमीण क्षेत्रो में भी नशे के करोबारियों को पकड़ा जा रहा है. जहां से भी सूचना मिलती है पुलिस कार्रवाई करती है.

Intro:शिमला जिला में नशे का कारोबार अब ग्रमीण क्षेत्रो में फेल रहा है। ग्रमीण क्षेत्रो में भी युवा वर्ग चिट्टे के आदि हो रहे है। वीरवार को शिमला जिला परिषद की बैठक में नशे पर सदस्यों ने चिंता जाहिर की ओर पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े किए। सदस्यों ने आरोप लगाया पुलिस की देख रेख में ही नशा माफिया फल फूल रहा है। पुलिस की नाक के नीचे नशे का कारोबार हो रहा है। लेकिन पुलिस द्वारा कोई भी कार्यवाई नही की जा रही हैं सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस शहरों में ही नशे को लेकर जागरूक अभियान चलाती है और ग्रामीण क्षेत्रो में पुलिस न तो नशे को रोकने का काम कर रही है और न ही कारोबारियों को पकड़ा जा रहा है।


Body:यही नही सदस्यों ने पुलिस पर नशे करोबारियों से मिलीभगत करने के आरोप लगाए।जिला परिषद सदस्य नीलम सरैक ने कहा कि ऊपरी शिमला में कई क्षेत्र नशे का हब बन चुके है। 80 फीसदी युवा इसकी चपेट में है। कुछ दिन पहले जब नाश करोबारी पकड़े गए तो उनोहने बताया कि एम्बुलेंस में नशे का सामान आता है। और पुलिस की मिलीभगत से ही यह करोबार चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस की नाक के नीचे ये सारा कारोबार चल रहा है और कोई कार्यवाई नही की जा रही है पुलिस शहरी क्षेत्र में तो नशे के खिलाफ अभियान चला रही है लेकिन ग्रमीण क्षेत्रो में कोई काम नही किया जा रहा है। उन्होंने मांग कि की ग्रामीण क्षेत्रो में जागरूक अभियान चलाया जाए और नशे के कारोबारियों को पकड़ा जाए।


Conclusion:उधर जिला परिषद अध्यक्ष धर्मिला हरनोट ने कहा कि नशे को लेकर सदस्यों ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में नशे की गरिफ्त में युवा पीढ़ी आ रही है इसको रोकने के लिए पुलिस विभाग ओर अन्य विभगो को मिल कर काम करने को कहा गया है और जिला परिषद ओर पंचायत सदस्यों को भी शामिल करने को कहा गया है।
वही एएसपी प्रवीर ठाकुर ने कहा कि पुलिस शहरों के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रो में नशे के खिलाफ अभियान चला रहा है। ग्रमीण क्षेत्रो में भी नशे के करोबारियों को पकड़ा जा रहा है । पुलिस को जहा से भी सूचना मिलती है तो उसी समय कार्यवाई की जा रही है।
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