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बजट से बागवानों को उम्मीद, सिंचाई-कोल्ड स्टोर और मार्केटिंग पर ध्यान देगी सरकार - himachal budget 2020 views

प्रदेश में शुक्रवार को जयराम सरकार वित्त वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश करने जा रही है. बजट को लेकर ईटीवी भारत के सवांददाता ने युवा बागवानों से चर्चा की और बजट को लेकर उनके विचारों को जाना. युवा बागवानों ने उम्मीद जताते हुए कहा कि सरकार को सिंचाई व्यवस्था, कोल्डस्टोर और मार्केटिंग की ध्यान देने की जरूरत है.

upcoming himachal budget 2020
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Published : Mar 5, 2020, 11:30 PM IST

शिमलाः जयराम सरकार के बजट से प्रदेश के बागवान भी उम्मीद लगाए बैठे हैं. प्रदेश में करीब 4 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होता है. ऐसे में प्रदेश की आर्थिकी में सेब बागवानी का बड़ा महत्व है. प्रदेश के युवा और प्रगतिशील बागवानों का कहना है कि राज्य सरकार प्रदेश में बागवानी के एकीकृत विकास के लिए एकीकृत बागवानी मिशन को प्रभावशाली ढंग से लागू करे है. बजट को लेकर ईटीवी भारत के सवांददाता ने युवा बागवानों से चर्चा की और बजट को लेकर उनके विचारों को जाना.

युवा बागवानों ने कहा कि मिशन के तहत नर्सरियों को लगाने, जल स्त्रोतों का निर्माण, बागवानी क्षेत्र में वृद्धि, ग्रीन हाउस के तहत सुरक्षित कृषि, जैविक खेती, फसल कटने के उपरान्त प्रबन्धन और खाद्य प्रसंस्करण जैसी विभिन्न गतिविधियों को प्रभावशाली ढंग से कार्यान्वित करने की जरुरत है.

वीडियो.

बागवानों ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से बागवानों को उनकी फसल के लाभकारी दाम प्रदान करने के लिए भी विशेष ध्यान दिया जाए. किसानों को लाभकारी दाम सुनिश्चित करवाने के लिए वाईन और सिडार जैसी फल आधारित प्रसंस्करण इकाइयां की स्थापना पर भी बल दिया जाए.

ये भी पढ़ें- एक नजर में हिमाचल आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20

बागवान डिम्पल पांजटा ने कहा कि सरकार को पहले सिंचाई का प्रबंध सही तरीके से करना चाहिए. इसके बाद ही अच्छी किस्म के पौधों और उसके बाद मार्केटिंग की तरफ ध्यान देना चाहिए. डिम्पल पांजटा ने उम्मीद जताई कि इस बजट में जरूर बागवानों के हितों को ध्यान में रखकर सरकार योजनाओं की घोषणा करेगी.

ये भी पढ़ें- बजट सत्र: TCP संकल्प को लेकर शहरी विकास मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने किया वॉकआउट

शिमलाः जयराम सरकार के बजट से प्रदेश के बागवान भी उम्मीद लगाए बैठे हैं. प्रदेश में करीब 4 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होता है. ऐसे में प्रदेश की आर्थिकी में सेब बागवानी का बड़ा महत्व है. प्रदेश के युवा और प्रगतिशील बागवानों का कहना है कि राज्य सरकार प्रदेश में बागवानी के एकीकृत विकास के लिए एकीकृत बागवानी मिशन को प्रभावशाली ढंग से लागू करे है. बजट को लेकर ईटीवी भारत के सवांददाता ने युवा बागवानों से चर्चा की और बजट को लेकर उनके विचारों को जाना.

युवा बागवानों ने कहा कि मिशन के तहत नर्सरियों को लगाने, जल स्त्रोतों का निर्माण, बागवानी क्षेत्र में वृद्धि, ग्रीन हाउस के तहत सुरक्षित कृषि, जैविक खेती, फसल कटने के उपरान्त प्रबन्धन और खाद्य प्रसंस्करण जैसी विभिन्न गतिविधियों को प्रभावशाली ढंग से कार्यान्वित करने की जरुरत है.

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बागवानों ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से बागवानों को उनकी फसल के लाभकारी दाम प्रदान करने के लिए भी विशेष ध्यान दिया जाए. किसानों को लाभकारी दाम सुनिश्चित करवाने के लिए वाईन और सिडार जैसी फल आधारित प्रसंस्करण इकाइयां की स्थापना पर भी बल दिया जाए.

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बागवान डिम्पल पांजटा ने कहा कि सरकार को पहले सिंचाई का प्रबंध सही तरीके से करना चाहिए. इसके बाद ही अच्छी किस्म के पौधों और उसके बाद मार्केटिंग की तरफ ध्यान देना चाहिए. डिम्पल पांजटा ने उम्मीद जताई कि इस बजट में जरूर बागवानों के हितों को ध्यान में रखकर सरकार योजनाओं की घोषणा करेगी.

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