शिमलाः इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल शिमला के मनोविज्ञान विभाग द्वारा गुरुवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मनोविज्ञान विभाग के प्राध्यापकों द्वारा आत्महत्या को रोकने के उपाय विषय पर चर्चा की गई.
मनोविज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. दिनेश शर्मा ने आत्महत्या को रोकने में आने वाली परेशानियां और चुनौतियों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि आत्महत्या की प्रवृति को रोकने के लिए इसके कारणों के प्रति समाज में जागरुकता लाना जरुरी है.
इस अवसर पर शोघी में भी 'मानसिक स्वास्थ्य; पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में 'आत्महत्या की रोकथाम' पर उपस्थित्त लोगों को जानकारी दी गई. सोसाइटी की सचिव मीनाक्षी रघुवंशी के अनुसार मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट आज पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय है. मानसिक स्वास्थ्य को लेकर अधिक से अधिक जागरूकता कार्यक्रम करने की जरुरत पर जोर दिया गया.
कार्यक्रम में संस्था द्वारा नशे की विकराल होती जा रही समस्या, आत्महत्या व मानसिक बीमारियों के आंकड़े साझा कर विषय की गंभीरता का आभास कराया गया और युवाओं में पनप रहे मानसिक तनाव व नकारात्मक विचारों को खुद को कैसे बचाए विषय पर भी चर्चा की गई.
ये भी पढ़ें- बेटों के मुकाबले बेटियां ज्यादा प्यारी, हिमाचल में 'लक्ष्मी' को गोद लेना चाहते हैं दंपत्ति