शिमला: पानी की किल्लत को लेकर ठियोग और कसुम्पटी क्षेत्र की पंचायतों के (Water problem in Kasumpti) लोगों के साथ विधायक राकेश सिंघा और किसान सभा ने शिमला जल प्रबंधन निगम के (Shimla Jal Prabandhan Nigam Limited) कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने गिरी परियोजना से शिमला के लिए लाए जा रहे पानी में हिस्सेदारी देने और पानी की पाइपें फटने से फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई की मांग की. विधायक राकेश सिंघा जल प्रबंधन निगम के महाप्रबंधक के कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए और निगम को जल्द इन मांगों पर फैसला लेने का अल्टीमेटम दिया.
विधायल राकेश सिंघा ने (Water problem in Theog) कहा कि जल प्रबंधन निगम, ठियोग के गिरी परियोजना से हर रोज 20 एमएलडी पानी शहर के लिए लाता है और शहर में पानी की सप्लाई करता है. लेकिन ठियोग और कसुम्पटी की कई पंचायतों को पानी नहीं मिल रहा है जबकि निगम को पानी का कुछ हिस्सा इन क्षेत्रों को देना चाहिए. निगम द्वारा इन क्षेत्रों में निजी होटलों और प्रभावशाली लोगों को पानी दिया जा रहा है लेकिन आम लोगों को पानी की सप्लाई नहीं दी जा रही है. जो सरासर गलत है.
उन्होंने कहा कि गिरी परियोजना से जो 20 एमएलडी पानी आता है उसमें से ढाई एमएलडी पानी दिया जाए. इसके अलावा जल निगम की मुख्य पानी की पाइपें आए दिन फट जाती हैं जिससे किसानों की फसलें तबाह हो रही है, बावजूद इसके जल निगम द्वारा उसका मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. विधायक राकेश सिंघा ने जल निगम को अल्टीमेटम दिया है की इन मांगों को पूरा किया जाए वरना आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा.
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