शिमला: राजधानी शिमला में पानी का संकट गहराने लगा है. परियोजनाओं में आई गाद ने जल निगम की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. जिसके चलते अब एक दिन छोड़ कर शहर के लोगों को पानी मिलेगा. गिरी नदी से शिमला जल प्रबंधन निगम को सोमवार को एक एमएलडी पानी ही मिला.
हालांकि इस परियोजना से रोजाना 14 एमएलडी पानी मिलता रहा है. जिसके चलते शहर भर में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. पिछले दो सप्ताह में शहर में पानी की आपूर्ति पूरी तरह से चरमरा गई है. अब लोग पानी की सप्लाई के लिए बार बार निगम के ऑफिस में फोन कर रहे हैं.
शहर में निगम को अपने पेयजल स्रोतों से रोजाना 45 से 50 एमएलडी के बीच में पानी मिलता रहता है. इससे राजधानी में पानी की सप्लाई लोगों के घर माकूल रूप में पहुंच रही थी. अब पिछले एक सप्ताह में ये सप्लाई पूरी तरह से चरमरा गई है. आलम ये है कि जिन लोगों के घरों में पानी के दो से तीन टैंक भी है, वहां पर भी पानी की कमी खलने लगी है. पानी की लगातार घटती सप्लाई के चलते आम शहरी परेशान हैं.
वहीं, जल निगम के एसजीएम हिमेश भाटिया का कहना है कि बारिश के चलते परियोजनाओं में गाद आ गई है. जिसके चलते परियोजनाओं में पम्पिंग नहीं हो पा रही है और अब शहर में एक दिन छोड़ कर पानी की सप्लाई शहर में दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है जिससे सप्लाई में दिक्कत आ रही है.
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