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उरणी के लोगों के साथ किया जा रहा छल, टावर लाइन बनाकर कानून का हो रहा उल्लंघन - उरणी टावर लाइन

किन्नौर के उरणी से वांगतू तक एचपीटीसीएल कंपनी धड़ल्ले से टावर लाइन बिछाने का काम कर रही है जिसमें डीसी किन्नौर ने इनको पंचायत के बिना अनुमति के एनओसी दी है जिसमें डीसी किन्नौर ने जनजातीय कानूनों का उल्लंघन किया है.

Urni transmission line
उरणी टावर लाइन
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Published : Dec 11, 2019, 2:29 PM IST

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के उरणी से वांगतू तक बिछ रहे टावर लाइन को लेकर उरणी गांव के लोगों व वन अधिकार संघर्ष समिति के सदस्य रामानन्द नेगी ने आपत्ति जताई है. रामानन्द नेगी ने कहा कि डीसी किन्नौर ने पंचायत के बिना अनुमति के कंपनी को एनओसी देने पर विरोध जताया है.

रामानन्द नेगी ने कहा कि एचपीटीसीएल कंपनी धड़ल्ले से टावर लाइन बिछाने का काम कर रही है जिसमें डीसी किन्नौर ने इनको पंचायत के बिना अनुमति के एनओसी दी है जिसमें डीसी किन्नौर ने जनजातीय कानूनों का उल्लंघन किया है. इसके कारण चार पंचायतों को मुआवजा नहीं मिला, टावर लाइन बिछने से कई पंचायत खतरे में है.

वीडियो रिपोर्ट

रामानन्द नेगी ने कहा कि उरणी से लेकर इसके आसपास चगाव व कई अन्य पंचायते इसकी चपेट में आ रहे है. ऐसे में एचपीटीसीएल कंपनी वाले पंचायत के दायरे में आने वाली जमीनों को मनमर्जी से खोदकर अपने टावर लाइन बिछा रही है जो सरासर गलत है और कानून का उल्लंघन किया जा रहा है. डीसी किन्नौर ने कंपनी को एनओसी देकर कई ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के साथ छल किया है जिसका खामियाजा उनको भुक्तना पड़ेगा.

ये भी पढ़ें: खेत-बागीचे में श्रम के मोर्चे पर फख्र से डटी हैं सीएम जयराम की मां, जरा भी नहीं बदली उनकी दिनचर्या

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के उरणी से वांगतू तक बिछ रहे टावर लाइन को लेकर उरणी गांव के लोगों व वन अधिकार संघर्ष समिति के सदस्य रामानन्द नेगी ने आपत्ति जताई है. रामानन्द नेगी ने कहा कि डीसी किन्नौर ने पंचायत के बिना अनुमति के कंपनी को एनओसी देने पर विरोध जताया है.

रामानन्द नेगी ने कहा कि एचपीटीसीएल कंपनी धड़ल्ले से टावर लाइन बिछाने का काम कर रही है जिसमें डीसी किन्नौर ने इनको पंचायत के बिना अनुमति के एनओसी दी है जिसमें डीसी किन्नौर ने जनजातीय कानूनों का उल्लंघन किया है. इसके कारण चार पंचायतों को मुआवजा नहीं मिला, टावर लाइन बिछने से कई पंचायत खतरे में है.

वीडियो रिपोर्ट

रामानन्द नेगी ने कहा कि उरणी से लेकर इसके आसपास चगाव व कई अन्य पंचायते इसकी चपेट में आ रहे है. ऐसे में एचपीटीसीएल कंपनी वाले पंचायत के दायरे में आने वाली जमीनों को मनमर्जी से खोदकर अपने टावर लाइन बिछा रही है जो सरासर गलत है और कानून का उल्लंघन किया जा रहा है. डीसी किन्नौर ने कंपनी को एनओसी देकर कई ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के साथ छल किया है जिसका खामियाजा उनको भुक्तना पड़ेगा.

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Intro:किन्नौर न्यूज़ ।


किन्नौर के उरणी से बिछ रहे टावर लाइन पर जताई आपत्ति,उरणी निवासी रामानन्द नेगी ने कहा डीसी किन्नौर ने पँचायत के बिना अनुमति दिया कम्पनी को एनओसी,चार पंचायतों को नही मिला मुआवजा,टावर लाइन बिछने से कई पँचायत खतरे की जद में।




जनजातीय जिला किंन्नौर के उरणी से वांगतू तक बिछ रहे टावर लाइन को लेकर उरणी गांव के निवासी व वन अधिकार संघर्ष समिति के सदस्य रामानन्द नेगी ने आपत्ति जताई है।
उन्होंने कहा कि एचपीटीसीएल नामक कम्पनी धड़ल्ले से टावर लाइन बिछाने का काम कर रही है जिसमे डीसी किन्नौर ने इनको पँचायत के बिना अनुमति के एनओसी दिया गया है जिसमे डीसी किन्नौर ने जनजातीय कानूनों का उल्लंघन किया है।




Body:उन्होंने कहा कि उरणी से लेकर इसके आसपास चगाव व कई अन्य पंचायते इसकी चपेट में आ रहे है ऐसे में एचपीटीसीएल कम्पनी वाले पँचायत के दायरे में आने वाली ज़मीनों को मनमर्ज़ी से खोदकर अपने टावर लाइन बिछा रही है जो सरासर गलत है और कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है।





Conclusion:नेगी ने कहा कि डीसी किंन्नौर ने कम्पनी को एनओसी देकर कई ग्राम पंचायत के ग्रामीणों के साथ छल किया है जिसका खामियाजा उनको भुक्तना पड़ेगा जिसके लिए अभी प्रभावित पँचायत के प्रतिनिधि योजना बनाकर न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे।



बाईट---रामानन्द नेगी--उरणी निवासी एवं जिला वन अधिकार संघर्ष समिति सदस्य ।
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