शिमला: राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने एचएएस की परीक्षा उतीर्ण कर हिप्पा में प्रशिक्षण ले रहे ट्रेनी अधिकारियों से अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि हम जिस भी क्षेत्र में कार्य करें, वहां हमेशा समाज सेवा के भाव से प्रयासरत रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि व्यक्ति का आचरण सदैव श्रेष्ठ होना चाहिए. निर्धारित समय व अनुशासन से कार्य नहीं करना भी भ्रष्ट आचरण ही होता है. समयबद्ध होने से ही जीवन के लक्ष्य (Target) को प्राप्त करने में सफलता मिलती है.
राज्यपाल ने कहा कि व्यक्ति को अंत्योदय यानी समाज की अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए दृढ़ प्रयास करने चाहिए. राज्यपाल ने गोवा विधानसभा (Goa Legislative) के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पर्यावरण संरक्षण (Environment protection) के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी भी ट्रेनी अफसरों से साझा की.
राज्यपाल ने कहा गोवा विधानसभा के कागज रहित बनने से एक सत्र के दौरान ही 1298 पेड़ों (trees) को कटने से बचाया गया. उन्होंने सभी से पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध होने का आह्वान किया. संस्थान के निदेशक विवेक भाटिया और अतिरिक्त निदेशक ज्योति राणा भी इस अवसर पर उपस्थित थीं.
विवेक भाटिया ने राज्यपाल को संस्थान की विभिन्न गतिविधियों तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे है.
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