शिमला: साल 2021 अपने अंतिम चरण में है. इस साल हिमाचल में साइबर अपराध में बढ़ोतरी दर्ज की गई. वहीं, दूसरी ओर देवभूमि में कई दुष्कर्म और शारीरिक उत्पीड़न के मामले सामने आए, जिन्होंने प्रदेश की छवि को दागदार कर दिया. इस साल हिमाचल में नशा तस्करी (Drug smuggling in Himachal) का कारोबार भी खूब फला फूला. इसके साथ ही कई ऐसी घटनाएं हैं जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है. इससे पहले कि हम 2021 को अलविदा कहें, आइए एक नजर डालते हैं, पिछले एक साल में हुई अपराध से जुड़ी घटनाओं पर.
2021 में हिमाचल में बढ़े साइबर अपराध के मामले: कोरोना के लहर के बाद 2021 में हिमाचल प्रदेश में साइबर अपराध बढ़ा. साइबर अपराधियों ने नए तरीकों से प्रदेश में लूट मचाई. साल भर की बात करें, तो हिमाचल के साइबर थानों में करीब पांच हजार शिकायतें आईं और 33 लाख 26 हजार रुपये रिफंड करवाए गए हैं. अभी भी साइबर अपराध के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. वहीं, पुलिस ने भी लोगों को ठगों के ऐसे पैंतरों से सतर्क रहने को कहा है.
गुड़िया दुष्कर्म: न्यायालय ने नीलू चरानी को सुनाई थी उम्रकैद की सजा: हिमाचल के सबसे चर्चित गुड़िया दुष्कर्म एवं हत्या मामले में भी इस साल कोर्ट का फैसला आया. न्यायालय ने दोषी ठहराए गए अनिल उर्फ नीलू चरानी को 18 जून 2021 को उम्रकैद की सजा सुनाई. शिमला में सीबीआई की विशेष अदालत ने यह फैसला सुनाया था. वहीं, बाद में गुड़िया के परिजनों ने इस मामलें में निष्पक्ष जांच न होने का आरोप भी लगाया था. परिजनों ने इस मामले में इंसाफ के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था.
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शिलाई में पिकअप दुर्घटना में 10 लोगों की हुई थी मौत: इस साल जून महीने में सिरमौर जिले के शिलाई में एक दर्दनाक घटना पेश आई थी. 28 जून को शिलाई उपमंडल में बरातियों को ले जा रही एक जीप 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरी थी. इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि वाहन में 12 लोग सवार थे. इस घटना में दो सगे भाई भी शामिल थे. यह हादसा ब्रेक फेल होने के चलते पेश आया था.
चंबा में सड़क दुर्घटना में 9 लोगों ने गंवाई थी जान: प्रदेश के चंबा जिले में भी इस साल मार्च माह में एक सड़क दुर्घटना में 9 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. 10 मार्च को चंबा के दुर्गम क्षेत्र तीसा में एक निजी बस गहरी खाई में जा गिरी थी. बस में करीब 17 लोग सवार थे, जिसमे से छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था. इस हादसे में कुल 9 लोगों की मौत हुई थी, जबकि सात लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.
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कुल्लू में चरस की बड़ी खेप हुई थी बरामद: इस साल हिमाचल में नशा तस्करी (Drug smuggling in Himachal) का कारोबार भी खूब फला फूला. हिमाचल में चरस की अब तक की सबसे बड़ी खेप कुल्लू में 14 जनवरी को पकड़ी गई थी. कुल्लू पुलिस ने बंजार के श्रीकोट पंचायत के शिजाहू गांव से 111 किलो चरस के साथ 2 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था. वहीं, खेप बरामद करने के बाद पुलिस ने शिजाहू गांव को सील भी कर दिया था. पुलिस की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर चरस माफिया के ठिकाने पर दबिश देकर चरस की खेप बरामद की थी. इसके अलावा कुल्लू में ही एक 50 साल की महिला से भी चरस पकड़ी गई थी.
बाइक सवार तीन पुलिसकर्मियों को ट्रक ने रौंदा: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में भी एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया था. जिले के गगरेट थाने में होशियारपुर मार्ग पर एक ट्रक ने तीन बाइक सवार पुलिसकर्मियों को बेरहमी से रौंद दिया था. इस भीषण दुर्घटना में तीनों पुलिसवालों की दर्दनाक मौत (death of three policemen) हो गई थी. यह घटना 22 सितंबर को पेश आई थी. बाद में तीन पुलिसकर्मियों को कुचलने वाले आरोपी चालक को पुलिस ने (Police) ट्रक समेत पकड़ लिया (accused driver caught) था. दुर्घटना में मारे गए तीनों पुलिसवाले हमीरपुर के निवासी थे. ये तीनों जवान चौथी आईआरबीएन बटालियन के जवान थे. जिन्हें घटना से दो दिन पहले ही ऊना में तैनात किया गया था.
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इस साल खूब रहा तेंदुए का आतंक: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इस साल तेंदुए (Leopard terror in shimla) ने खूब आतंक मचाया. तेंदुए को कई बार रिहायशी इलाकों में भी देखा गया, लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन और वन विभाग की नींद नहीं खुली. वन विभाग को होश तब आया जब शिमला में दो मासूम बच्चों को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया. इस साल अगस्त माह में शिमला के कनलोग क्षेत्र में जहां तेंदुआ एक 5 वर्षीय बच्ची को उठाकर ले गया, तो वहीं दिवाली के दिन यानी 4 नवंबर को शिमला के डाउन डेल क्षेत्र से तेंदुआ एक और 5 वर्षीय बच्चे को उठाकर ले गया था. बाद में दोनों बच्चे का शव क्षत-विक्षत हालत में जंगलों में मिला था. वहीं, इन दोनों घटनाओं के बाद प्रशासन हरकत में आते हुए जंगलों में जाल बिछाया और करीब 15 दिन की मेहनत के बाद तेंदुए को पिंजरे में कैद किया.
मैक्सिको में गैंगवार का शिकार हुई थी हिमाचल की अंजलि: इस साल अक्टूबर माह में हिमाचल की एक युवती की गैंगवार के दौरान अमेरिका में हत्या कर दी गई थी. अमेरिका की लिंक्डइन कंपनी में बतौर इंजीनियर कार्य कर रही हिमाचल की 25 वर्षीय युवती अंजली रयोत की मैक्सिको में गोली लगने से मौत होने हुई थी. दरअसल। 23 October अंजली का जन्मदिन था. जन्मदिन को मनाने के लिए ही वह मैक्सिको गई हुई थी, जहां वह तट रिसॉर्ट टुलम में डिनर कर रही थी, तभी दुर्भाग्यवश दो गुटों में गैंगवार हुआ और गोली लगने से उनकी मौत हो गई थी. वही अंजलि की मौत की खबर के बाद उनके परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा था.
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सोलन में टैक्सी में मिला खून से लथपथ शव: हिमाचल प्रदेश के सोलन में इस साल अक्टूबर माह में एक खड़ी टैक्सी में खून से लथपथ शव मिलने से अचानक इलाके में सनसनी फैल गई थी. दरअसल कंडाघाट के ध्यारीघाट में दिल्ली के चालक का शव गाड़ी में बरामद हुआ था. चालक की सर में गोली मारकर हत्या की गई थी. बाद में चालक का पोस्टमार्टम करके शव को परिजनों को सौंप दिया गया था. वहीं, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए नवंबर माह में आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा था. दरअसल आरोपी टैक्सी चालक की पत्नी का प्रेमी था और टैक्सी चालक की पत्नी सहित उसके प्रेमी ने उसे मारने की योजना बनाई थी जिसके तहत टैक्सी चालक की हत्या की गई थी.
इस साल भी शर्मसार हुई देवभूमि, पिता ने ही बेटी से किया था दुष्कर्म: इस साल भी हिमाचल प्रदेश में कई दुष्कर्म और शारीरिक उत्पीड़न के मामले सामने आए, जिन्होंने देव भूमि हिमाचल को की छवि को काफी बदनाम किया. हमीरपुर जिले में एक सगे बाप ने अपनी ही 13 साल की मासूम बेटी के साथ दुष्कर्म (Rape case in himachal) किया था. हमीरपुर शहर के साथ लगती बस्सी झनियारा पंचायत के एक गांव में किराए के मकान में रह रहे प्रवासी बाप ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ घर में दुष्कर्म किया और बाद में फरार हो गया था. जब इस बात की जानकारी बेटी ने अपनी मां को दी, तो मां ने पुलिस महिला थाना हमीरपुर में जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. वहीं, पुलिस ने भी इस संबंध में मामला दर्ज किया था.
इसके अलावा शिमला में एक युवती ने हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे एक वकील पर रेप का आरोप लगाया था. वहीं, युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी.
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