शिमला: कोरोना संकट के बीच कुछ शर्तों के साथ करीब साढ़े पांच माह के बाद आज हिमाचल में श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे धार्मिक स्थल. श्रद्धालुओं को मंदिरों के द्वार, दीवारें, धार्मिक पुस्तकें, मूर्तियां आदि छूने की इजाजत नहीं होगी. मंदिरों की घंटी बजाने पर भी पाबंदी लगाई गई है. 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और 10 साल से छोटे बच्चों को मंदिरों में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गई है. इसके अलावा राज्य सरकार ने सभी धार्मिक स्थलों के लिए एसओपी की घोषणा भी की है.
मंदिर में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं को शर्तों का पालन करना होगा. मंदिर द्वार पर उनकी थर्मल स्कैनिंग की जाएगी. प्रदेश में मंदिर खुलने को लेकर हिमाचल प्रदेश के कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि हमने SOP जारी की है जिसमें विस्तृत रूप से जानकारी दी है. आज से सभी मंदिर खुलने वाले हैं. सभी जरूरी आदेश जारी कर दिए गए हैं. प्रसाद लाने और ले जाने की अनुमति नहीं है .
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रदेश में मंदिर तो खुल रहे हैं, लेकिन आस्था के साथ-साथ लोगों को कोरोना नियमों को भी ध्यान में रखना होगा. इस बात में कोई दो राय नहीं कि प्रशासन और सरकार जनता की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारी सब की बराबर की है.