शिमला: रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष पर देश के 75 स्थानों पर प्राकृतिक जल स्त्रोतों और बाबड़ियों का उन्नयन किया (Jutogh Lift Drinking Water Project) जा रहा है, जिसमें से कैंटोनमेंट बोर्ड शिमला द्वारा रविवार को प्राकृतिक जल स्त्रोत का उन्नयन कर कैंट बोर्ड को पंप हाउस के मध्यम से पानी पहुंचाया गया है. यह बातें रविवार को शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जतोग में आयोजित उठाऊ पेय जल परियोजना के उद्घाटन समारोह के संबोधन में कही.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उठाऊ पेयजल परियोजना से जहां कैंट बोर्ड में पानी (Jutogh cantt board) की समस्या से निजात मिलेंगी वही प्राकृतिक जल स्त्रोत का भी उचित रख रखाव व पानी का सदुपयोग होंगा. उन्होंने कहा (Suresh Bhardwaj reached Jutogh) कि यहां पर पानी की मात्रा को और अधिक बढ़ाने के लिए जल शक्ति विभाग के माध्यम से बोर बेल लगाने का प्रयास किया जाएगा.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य (azadi ka amrut mahotsav shimla)पर 75 कार्य किए जा रहे हैं, जिसमें से प्राकृतिक जल स्त्रोतों का रख रखाव भी एक है. उन्होंने कहा कि शिमला शहर में पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए वर्ल्ड बैंक से पोषित सतलुज परियोजना की स्वीकृति मिल चुकी है, जिसकी लागत लगभग 1800 करोड़ रुपए है.
इस दौरान सुरेश भारद्वाज ने कहा कि परियोजना से शिमला शहर में 50 सालों तक पानी की समस्या नही होंगी. उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत कैंट बोर्ड को भी शामिल करने का प्रयास (shimla satluj water project) किया जायेगा, ताकि यहां पर पानी की समस्या से निजात मिल सके. उन्होंने कहा कि जतोग से श्मशान घाट तक की सड़क को बेहतर करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात कर इसका समाधान किया जायेगा.
इस दौरान कैंट बोर्ड के मनोनित सदस्य राजीव कुमार ने मुख्य अतिथि एवं अन्य लोगों का स्वागत कर क्षेत्र की समस्या रखी. इस अवसर पर मुख्य अधिशाषी अधिकारी आरपी सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश शारदा समेत कई लोग उपस्थित रहे.
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