ETV Bharat / city

सुरेश भारद्वाज बन सकते हैं विधानसभा अध्यक्ष फिर 3 विधायकों की लगेगी 'लॉटरी'

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज हिमाचल विधानसभा के अध्यक्ष बन सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो जयराम मंत्रिमंडल में खाली मंत्रीपदों की संख्या तीन पहुंच जाएगी. मंत्रियों की दौड़ में नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया और पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी का नाम सबसे आगे है.

Suresh Bhardwaj can become the Speaker of the Assembly
सुरेश भारद्वाज बन सकते हैं विधानसभा अध्यक्ष
author img

By

Published : Feb 18, 2020, 5:31 PM IST

शिमला: हिमाचल विधानसभा का अध्यक्ष कौन बनेगा और जयराम कैबिनेट की 2 खाली कुर्सियां किस-किसको मिलेगी ? ये सवाल इन दिनों हिमाचल की सियासी गलियारों में तैर रहा है. लेकिन इसमें भी एक ट्विस्ट है. ख़बर है कि जयराम कैबिनेट में 2 नहीं बल्कि 3 विधायकों की एंट्री हो सकती है.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल के बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली है. ऐसे में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज का नाम विधानसभा अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे है. आगामी 25 फरवरी से हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने वाला है. ऐसे में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं.

Suresh Bhardwaj can become the Speaker of the Assembly
नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया

अगर सुरेश भारद्वाज को विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलती है तो जयराम कैबिनेट में खाली मंत्रीपदों की संख्या तीन पहुंच जाएगी. ऐसे में 3 विधायकों की लॉटरी लग सकती है. जयराम मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए कई दावेदार रेस में हैं लेकिन मंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया हैं. बताया जा रहा है कि पठानिया लगातार हाइकमान के संपर्क में हैं.

Suresh Bhardwaj can become the Speaker of the Assembly
पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी

कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र के अलावा शिमला लोकसभा क्षेत्र से भी एक मंत्री बनाया जा सकता है. ऐसे में पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी भी मंत्री पद की दौड़ में बने हुए हैं. ख़बर है कि सुरेश भारद्वाज के विधानसभा अध्यक्ष बनने की सूरत में 3 मंत्रीपद खाली होंगे. जिनमें से दो पदों को भरा जाएगा जबकि मंत्री की एक कुर्सी खाली रह सकती है और अगर तीनों मंत्रीपद बंटे तो भोरंज की विधायक कमलेश कुमारी को मंत्रीपद मिल सकता है. कमलेश कुमारी अनुसूचित जाति से आती हैं और मंत्रिमंडल में उनकी एंट्री से जयराम कैबिनेट में महिला मंत्रियों की संख्या भी दो तक पहुंच जाएगी.

इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष की रेस में सरकाघाट से विधायक कर्नल इंद्र सिंह और ज्वालामुखी से विधायक रमेश ध्वाला का नाम भी शामिल हैं. वहीं जुब्बल कोटखाई से विधायक और पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा मंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं.

गौरतलब है कि मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा के मंत्री पद से इस्तीफा देने और धर्मशाला से विधायक किशन कपूर के सांसद बनने के बाद से जयराम कैबिनेट में मंत्रियों की दो कुर्सियां खाली हैं. जिन्हें जल्द ही भरा सकता है और अगर सुरेश भारद्वाज विधानसभा अध्यक्ष बनते हैं तो 3 विधायकों को जयराम मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. 25 फरवरी को विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत होनी है. ऐसे में पहले विधानसभा अध्यक्ष और फिर मंत्रियों की तस्वीर साफ हो जाएगी

शिमला: हिमाचल विधानसभा का अध्यक्ष कौन बनेगा और जयराम कैबिनेट की 2 खाली कुर्सियां किस-किसको मिलेगी ? ये सवाल इन दिनों हिमाचल की सियासी गलियारों में तैर रहा है. लेकिन इसमें भी एक ट्विस्ट है. ख़बर है कि जयराम कैबिनेट में 2 नहीं बल्कि 3 विधायकों की एंट्री हो सकती है.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल के बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली है. ऐसे में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज का नाम विधानसभा अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे है. आगामी 25 फरवरी से हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने वाला है. ऐसे में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं.

Suresh Bhardwaj can become the Speaker of the Assembly
नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया

अगर सुरेश भारद्वाज को विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलती है तो जयराम कैबिनेट में खाली मंत्रीपदों की संख्या तीन पहुंच जाएगी. ऐसे में 3 विधायकों की लॉटरी लग सकती है. जयराम मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए कई दावेदार रेस में हैं लेकिन मंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया हैं. बताया जा रहा है कि पठानिया लगातार हाइकमान के संपर्क में हैं.

Suresh Bhardwaj can become the Speaker of the Assembly
पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी

कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र के अलावा शिमला लोकसभा क्षेत्र से भी एक मंत्री बनाया जा सकता है. ऐसे में पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी भी मंत्री पद की दौड़ में बने हुए हैं. ख़बर है कि सुरेश भारद्वाज के विधानसभा अध्यक्ष बनने की सूरत में 3 मंत्रीपद खाली होंगे. जिनमें से दो पदों को भरा जाएगा जबकि मंत्री की एक कुर्सी खाली रह सकती है और अगर तीनों मंत्रीपद बंटे तो भोरंज की विधायक कमलेश कुमारी को मंत्रीपद मिल सकता है. कमलेश कुमारी अनुसूचित जाति से आती हैं और मंत्रिमंडल में उनकी एंट्री से जयराम कैबिनेट में महिला मंत्रियों की संख्या भी दो तक पहुंच जाएगी.

इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष की रेस में सरकाघाट से विधायक कर्नल इंद्र सिंह और ज्वालामुखी से विधायक रमेश ध्वाला का नाम भी शामिल हैं. वहीं जुब्बल कोटखाई से विधायक और पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा मंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं.

गौरतलब है कि मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा के मंत्री पद से इस्तीफा देने और धर्मशाला से विधायक किशन कपूर के सांसद बनने के बाद से जयराम कैबिनेट में मंत्रियों की दो कुर्सियां खाली हैं. जिन्हें जल्द ही भरा सकता है और अगर सुरेश भारद्वाज विधानसभा अध्यक्ष बनते हैं तो 3 विधायकों को जयराम मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. 25 फरवरी को विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत होनी है. ऐसे में पहले विधानसभा अध्यक्ष और फिर मंत्रियों की तस्वीर साफ हो जाएगी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.