शिमला: प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह पर वीडियो से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है. सूरत नेगी ने कहा कि जब विक्रमादित्य सिंह रोटी को टोटी बोलते थे, उस समय मैं कॉलेज की राजनीति शुरू कर चुका था. इसलिए मुझे सीख न दें की क्या करना चाहिए, क्या नहीं. विक्रमादित्य सिंह वीडियो से छेड़छाड़ कर भ्रामक प्रचाकर करने की कोशिश ना करें. सूरत नेगी ने कहा कि जो वीडियो वास्तव में उन्होंने फेसबुक पर डाला है, वह 7 मिनट का बना था. लेकिन उसे 1 मिनट 35 सेकंड का काटकर सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा है. उन्होंने विक्रमादित्य सिह को वंशवाद के गमले में उगने वाला पौधा बताया.
सूरत नेगी ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने जो वीडियो वायरल किया है, उसको तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने कहा की बर्फबारी भगवान की कृपा है. कहीं भी वीडियो में ऐसा नहीं कहा गया कि यह जयराम सरकार की कृपा है. सूरत नेगी ने कहा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जमीन से जुड़े नेता हैं और उनकी समाज के प्रति बहुत बड़ा योगदान है. सूरत नेगी ने बताया कि उनको भी राजनीति में 30 वर्ष से ज्यादा समय हो चुका है. नार्थ ईस्ट से लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में उन्होंने कई दायित्व का निर्वाहन किया है और पिछले 13 वर्ष से वह भाजपा में कार्य कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को हिंदी भाषा सीखनी चाहिए. शायद अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में पढ़े हैं तो उनको हिंदी समझ नहीं आती, इसलिए उन्हें वीडियो का मूल भी समझ नहीं आया. विक्रमादित्य सिंह द्वारा की गई टिप्पणी व्यक्ति विशेष है जो कि गलत है. जयराम ठाकुर की सरकार ने धरातल पर कार्य किया है जिसकी वजह से किन्नौर में अद्भुत विकास पिछले 2 वर्ष में हुआ है. इस वजह से किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी बौखला उठे हैं और वामपंथी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. शायद यह कार्य विक्रमादित्य सिंह ने अपने 'अंध भक्त' को बचाने के लिए किया है.
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