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दिल में हुए 2 इंच के छेद का IGMC में सफल ऑपरेशन, महिला हुई स्वस्थ - आईजीएमसी शिमला

कुल्लू की 70 वर्षीय महिला महिला के दिल में 2 इंच का छेद हो गया था. महिला की तबीयत खराब होने पर उसे पहले कुल्लू अस्पताल लाया गया, जहां से डॉक्टर्स ने उसे आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया. आईजीएमसी पहुंचने तक महिला की हालत काफी खराब हो गई थी. डॉक्टरों ने महिला को ऑपरेशन थियेटर शिफ्ट किया. ऑपरेशन के दौरान महिला को बाइपास मशीन में डाला और उसके दिल में हुए छेद को बंद कर दिया.

operation of hole in heart
सीटीवीएस डिपार्टमेंट आईजीएमसी
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Published : Aug 31, 2020, 8:13 PM IST

शिमला: कुल्लू की 70 वर्षीय महिला के दिल में 2 इंच का छेद हो गया था. महिला की तबीयत खराब होने पर उसे पहले कुल्लू अस्पताल लाया गया, जहां से डॉक्टर्स ने उसे आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया.

आईजीएमसी पहुंचने तक महिला की हालत काफी खराब हो गई थी. ऐसे में सीटीवीएस डिपार्टमेंट के डॉक्टरों ने बिना समय खराब किए महिला को ऑपरेशन थियेटर शिफ्ट किया. ऑपरेशन के दौरान महिला को बाइपास मशीन में डाला और उसके दिल में हुए छेद को बंद कर दिया.

वीडियो.

अब महिला स्वस्थ है और उसे जल्द आईजीएमसी से छुट्टी मिल जाएगी. पहली बार आईजीएमसी में दिल में हुए इतने बड़े छेद को बंद किया है. बता दें कि कुल्लू की महिला के गिरने के बाद दिल में 2 इंच का छेद हो गया था. जब आईजीएमसी में महिला पहुंची तो उसकी हालत काफी गंभीर थी.

कैसे सफल हो पाई सर्जरी

महिला जैसे ही आईजीएमसी पहुंची तो यहां पर सीटीवीएस के एचओडी डॉ. सुधीर मेहता की अगुवाई में एक टीम मौजूद थी. महिला की जांच की गई तो डॉक्टरों ने पाया कि महिला के दिल में 2 इंच का छेद है और छेद से ब्लड निकलकर हार्ट के चारों ओर फैल गया है. डॉक्टरों ने बाइपास मशीन की मदद से इस खून को साफ किया.

इसके बाद डॉक्टर्स ने छेद को बंद किया. उसके बाद हार्ट में ब्लड की जितनी जरूरत होती है, उतना ब्लड मशीन की मदद से उसमें सर्कुलेट किया गया. करीब छह घंटे बाद महिला को आईसीयू में शिफ्ट किया गया. अब महिला की हालत पहले से बेहतर है. जल्द ही उसे छुट्टी दे दी जाएगी.

इन टीम ने दिया ऑपरेशन को अंजाम

डॉ. सुधीर मेहता की अगुवाई में इस ऑपरेशन के लिए एक पूरी टीम तैयार थी. इसमें सीटीवीएस के डॉ.बीआर ठाकुर, डॉ.प्रवीण धोल्टा, एनिस्थिसिया के डॉ.यशवंत वर्मा, डॉ.कमल प्रकाश, डॉ. सुभाष ठाकुर, डॉ. सविना, स्टाफ नर्स रीना ठाकुर, अंजना, शीतला, ओटीए मंजू और परफ्यूजनिस्ट अशोक टंडन, मिस विजय पठानिया शामिल रहे जबकि आईसीयू में अंजना वर्मा और उनकी टीम ने महिला की पूरी देखभाल की है.

कोरोना में की 40 ओपन हार्ट सर्जरी

सीटीवीएस विभाग ने कोरोना के दौरान यहां पर इमरजेंसी में ओपन हार्ट सर्जरी जारी रखी थी. एमरजेंसी में यहां पर बीते छह महीने में 40 ओपन हार्ट सर्जरी की गई जबकि 130 के करीब अन्य सर्जरी भी विभाग ने की. कोरोना संकट में पूरे प्रदेश से यहां पर मरीजों को रेफर किया गया. हालांकि, अब रूटीन सर्जरी भी शुरू हो चुकी है. ऐसे में जो मरीज पिछले काफी समय से वेटिंग में थे, उनकी सर्जरी अब कर दी जाएगी.

ये भी पढ़ेंः इस परियोजना से संवर रहे पुराने जलस्त्रोत, लोगों की आर्थिक स्थिति को सुधारने की भी हो रही कोशिश

शिमला: कुल्लू की 70 वर्षीय महिला के दिल में 2 इंच का छेद हो गया था. महिला की तबीयत खराब होने पर उसे पहले कुल्लू अस्पताल लाया गया, जहां से डॉक्टर्स ने उसे आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया.

आईजीएमसी पहुंचने तक महिला की हालत काफी खराब हो गई थी. ऐसे में सीटीवीएस डिपार्टमेंट के डॉक्टरों ने बिना समय खराब किए महिला को ऑपरेशन थियेटर शिफ्ट किया. ऑपरेशन के दौरान महिला को बाइपास मशीन में डाला और उसके दिल में हुए छेद को बंद कर दिया.

वीडियो.

अब महिला स्वस्थ है और उसे जल्द आईजीएमसी से छुट्टी मिल जाएगी. पहली बार आईजीएमसी में दिल में हुए इतने बड़े छेद को बंद किया है. बता दें कि कुल्लू की महिला के गिरने के बाद दिल में 2 इंच का छेद हो गया था. जब आईजीएमसी में महिला पहुंची तो उसकी हालत काफी गंभीर थी.

कैसे सफल हो पाई सर्जरी

महिला जैसे ही आईजीएमसी पहुंची तो यहां पर सीटीवीएस के एचओडी डॉ. सुधीर मेहता की अगुवाई में एक टीम मौजूद थी. महिला की जांच की गई तो डॉक्टरों ने पाया कि महिला के दिल में 2 इंच का छेद है और छेद से ब्लड निकलकर हार्ट के चारों ओर फैल गया है. डॉक्टरों ने बाइपास मशीन की मदद से इस खून को साफ किया.

इसके बाद डॉक्टर्स ने छेद को बंद किया. उसके बाद हार्ट में ब्लड की जितनी जरूरत होती है, उतना ब्लड मशीन की मदद से उसमें सर्कुलेट किया गया. करीब छह घंटे बाद महिला को आईसीयू में शिफ्ट किया गया. अब महिला की हालत पहले से बेहतर है. जल्द ही उसे छुट्टी दे दी जाएगी.

इन टीम ने दिया ऑपरेशन को अंजाम

डॉ. सुधीर मेहता की अगुवाई में इस ऑपरेशन के लिए एक पूरी टीम तैयार थी. इसमें सीटीवीएस के डॉ.बीआर ठाकुर, डॉ.प्रवीण धोल्टा, एनिस्थिसिया के डॉ.यशवंत वर्मा, डॉ.कमल प्रकाश, डॉ. सुभाष ठाकुर, डॉ. सविना, स्टाफ नर्स रीना ठाकुर, अंजना, शीतला, ओटीए मंजू और परफ्यूजनिस्ट अशोक टंडन, मिस विजय पठानिया शामिल रहे जबकि आईसीयू में अंजना वर्मा और उनकी टीम ने महिला की पूरी देखभाल की है.

कोरोना में की 40 ओपन हार्ट सर्जरी

सीटीवीएस विभाग ने कोरोना के दौरान यहां पर इमरजेंसी में ओपन हार्ट सर्जरी जारी रखी थी. एमरजेंसी में यहां पर बीते छह महीने में 40 ओपन हार्ट सर्जरी की गई जबकि 130 के करीब अन्य सर्जरी भी विभाग ने की. कोरोना संकट में पूरे प्रदेश से यहां पर मरीजों को रेफर किया गया. हालांकि, अब रूटीन सर्जरी भी शुरू हो चुकी है. ऐसे में जो मरीज पिछले काफी समय से वेटिंग में थे, उनकी सर्जरी अब कर दी जाएगी.

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