शिमला: दुनिया भर में बढ़ता प्रदूषण लाखों जिंदगियों को छीन रहा है. देखा जाए तो अब मानव और पर्यावरण के बीच में तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो चुका है. यह बात सोनम वांगचुक निदेशक स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख ने शिमला में आयोजित जलवायु परिवर्तन पर दो दिवसीय सम्मेलन (Climate Change Conference in Shimla) के दौरान कही.
सोनम वांगचुक ने कहा कि आतंकवाद से इतना खतरा नहीं है जितना पर्यावरण के दुश्मनों से है. उन्होंने कहा कि बढ़ते प्रदूषण और पर्यावरण पर पड़ते विपरीत प्रभाव के (Sonam Wangchuk on pollution problem) कारण लाखों लोग हर वर्ष अपनी जान गंवा रहे हैं. प्रदूषित वातावरण के चलते लोगों में विभिन्न तरह की बीमारियां पैदा हो रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रदूषण के कारण प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है जिसके चलते ही हर साल प्राकृतिक आपदांए भी घटित हो रही हैं.
सोनम वांगचुक ने कहा कि यह समय है कि लोगों को शिक्षित करने के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति जागरूक भी किया जाए. उन्होंने कहा कि धार्मिक संस्थाओं को पर्यावरण से होने वाली हिंसा को रोकने की दिशा में कदम उठाने (environmental awareness in himachal) चाहिए.वहीं, आज के समय मे बच्चों को आपदाओं से निपटने और पर्यावरण को साफ सुथरा बनाए रखने को लेकर शिक्षा दी जानी चाहिए, ताकि सभी प्रकृति को स्वच्छ रखने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.
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