शिमला/ठियोगः कोरोना वायरस की महामारी को लेकर जहां पूरे देश में स्वास्थ्य विभाग द्वारा हाई अलर्ट जारी है और इसकी रोकथाम के लिए दिन-रात प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं ऊपरी शिमला के ठियोग में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है.
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रखे गए लोगों को स्वास्थ्य जांच के लिए सिविल अस्पताल ठियोग बुलाया गया. फिर वहां से उन्हें जवाहर नवोदय विद्यालय में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया, लेकिन यहां पर भी इन लोगों का टेस्ट करने वाली टीम के ना होने के चलते बिना जांच के ही वापस लौटा दिया गया.
यही नहीं, होम क्वारंटाइन लोगों को लाने व ले जाने की व्यवस्था भी सही तरीके से नहीं की गई और एक ही वाहन में चालक सहित 6 लोगों को बैठा दिया गया. वहीं, ये लोग क्षेत्रों से पैदल चलकर ठियोग पहुंचे और कई लोगों के संपर्क में भी आए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई.
पंचायत की आशा वर्कर्स ने बताया कि खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा इन लोगों को स्वास्थ्य जांच के लिए यहां लाने के लिए बोला गया था और वे स्वयं पैदल चलकर यहां तक पहुंची हैं. विभाग द्वारा की गई व्यवस्था के तहत उन्हें कार्य करना पड़ रहा है.
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