शिमलाः विधानसभा के मानसून सत्र में माननीयों के यात्रा भत्तों में बढ़ोतरी की गई है. सदन के अंदर इस बिल को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया है. वहीं सदन के बाहर समाजिक कार्यकर्ताओं ने अनोखे तरीके से इसका विरोध किया.समाजिक कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के बाहर पोस्टर व कटोरे के साथ माननीयों के लिए चंदा एकत्रित करने का अभियान शुरू कर दिया. समाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे शहर भर में15 दिन तक लोगो से चंदा एकत्रित कर राज्यपाल के माध्यम से मुख्यमंत्री को देंगे.
समाजिक कार्यकर्ता रवि कुमार ने कहा कि एक तरफ हिमाचल कर्जे में डूबा हुआ है और दूसरी तरफ माननीय अपने यात्रा भत्ते को बढ़ाने के लिए बिल पारित कर रहे है.
रवि कुमार ने कहा कि हिमाचल सरकार आम जनता की समस्य को हल नही कर रही है. कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल नहीं की गई है और आउटसोर्स कर्मियों को नियमित करने की मांग को भी ठुकरा दिया गया है. प्रदेश की आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित विधायकों के यात्रा भत्तों में बढ़ोतरी कर दी है. यदि आर्थिक तंगी है तो अपने लिए यात्रा भत्ते और वेतन कैसे बढ़ाया जा रहा है.
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