शिमला: प्रदेश में करीब साढ़े तीन महीने बाद दोबारा से पर्यटन कारोबार शुरू होने जा रहा है. सरकार के प्रदेश में पर्यटकों को आने की अनुमति देने के बाद जिला प्रशासन भी तैयारियों में जुट गया है. सरकार ने होटल संचालकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं.
होटल संचालकों को पर्यटकों का पूरा ब्यौरा रखना होगा. होटल संचालकों को पर्यटकों के घूमने के लिए जाने वाली हर जगह का पता होना चाहिए. इसके साथ ही यदि किसी पर्यटक में कोरोना के कोई लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत इसकी जानकारी अस्पताल को देनी होगी. डीसी शिमला अमित कश्यप ने कहा कि होटल संचालको को पहले ही परीक्षण दे दिया गया है.
अमित कश्यप ने कहा कि होटल संचालकों को पर्यटकों के आने पर पूरी एहतियात बरतने को कहा है. होटल मालिकों को होटल में आने वाले पर्यटकों का पूरा रिकॉर्ड रखने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि होटल संचालकों को उनके घूमने जाने वाली की पूरी जानकारी होनी चाहिए ताकि कोई भी संक्रिमत व्यक्ति हो तो वो कहा कहा गया उसे ट्रेस करने में आसानी हो सके. किसी भी पर्यटक में कोई लक्षण नजर आए तो तुरंच अस्पताल में संपर्क करने को कहा गया है.
बता दें कि सरकार ने प्रदेश की सीमाएं पर्यटकों के लिए खोल दी हैं. अब एक बार फिर से प्रदेश में पर्यटन से जुड़ी गतिविधियां शुरू हो गई हैं. सरकार ने इसको लेकर गाइडलाइंस भी जारी की है. प्रशासन की ओर से जो नियम तय किए गए हैं, उसके तहत जिन सैलानियों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है, सिर्फ उन्हें ही प्रदेश में प्रवेश दिया जाएगा. सैलानियों की पंजीकृत लैब से 72 घंटे पहले कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव होनी चाहिए. सैलानियों को प्रदेश में आने के लिए प्रदेश सरकार की ई-कोविड पास वेबसाइट पर 48 घंटे पहले पंजीकरण भी करवाना होगा.
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