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शिमला में विंटर सीजन को लेकर प्रशासन तैयार, शहर को पांच सेक्टर में बांटा - शिमलाः सर्दियों से निपटने के लिए

सर्दियों से निपटने के लिए शिमला में प्रशासन ने गुरूवार को शिमला के बचत भवन में एक बैठक आयोजित की. हालांकि अभी विंटर सीजन के आने में समय है, लेकिन प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है.

shimla Administration ready for winter
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Published : Nov 1, 2019, 12:06 AM IST

शिमलाः सर्दियों से निपटने के लिए राजधानी शिमला में प्रशासन ने कमर कस ली है. हालांकि अभी विंटर सीजन के आने में समय है, लेकिन प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है. जिला में बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए गुरुवार को शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप ने बचत भवन में बैठक आयोजित की.

बैठक में सभी विभागों के अधिकारी शामिल रहे. बैठक शिमला शहर के विधायक और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में आयोजित की गई. सुरेश भारद्वाज ने बर्फबारी के दौरान सामान्य जनजीवन बनाए रखने के लिए के निर्देश दिए.

बैठक में उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने नगर निगम शिमला को इस दौरान पार्किंग संबंधी टाइमटेबल व पार्किंग स्थान की उपलब्धता की जानकारी उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए ताकि पर्यटकों को पार्किंग के लिए भटकना न पड़े.

उपायुक्त शिमला ने सभी उपमंडलाधिकारियों को बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम समय पर उठाने के निर्देश दिये. उन्होंने बताया कि जिले में बर्फबारी के दौरान किसी प्रकार की सूचना के आदान-प्रदान के लिए आपातकालीन नम्बर चालू है.

वीडियो.

जिला आपदा प्रबंधक प्राधिकरण आपातकालीन नम्बर 1077 और नगर निगम शिमला का आपातकालीन नम्बर 1916 है. जहां से जिला के नागरिक किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कर सकते है. अमित कश्यप ने सभी संबंधित विभागों को उनके पास उपलब्ध विभिन्न उपकरणों की सूची तैयार कर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और प्रशासन को सौंपने के निर्देश भी दिये.

वहीं, बर्फबारी के दौरान सभी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाये रखने के लिए शिमला नगर को पांच सैक्टर में बांटा गया है. जिसमें सैक्टर 1 में संजौली, ढली, नालदेहरा, कुफरी, मशोबरा, बल्देयां व छोटा शिमला क्षेत्र सम्मिलित किए गए हैं.

वहीं, सैक्टर 2 में ढली-संजौली बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़-बाजार विक्ट्री टनल तक, कैथू, ढली, भराड़ी, चैड़ा मैदान, एजी ऑफिस, हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय और अन्नाडेल क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं.

साथ ही सैक्टर 3 में बाईपास एनएच सड़क वाया आईएसबीटी शोघी तक, बीसीएस, चक्कर, बालुगंज, टुटू, नाभा, फागली, खलीनी, जतोग व विकास नगर क्षेत्र शामिल किये गये हैं.

वहीं, सैक्टर 4 में विक्ट्री टनल से कार्ट रोड़ छोटा शिमला तक, ओक ओवर, यूएस क्लब, रिज, जाखू क्षेत्र, रिच माउंट, रामचन्द्रा चैक, कमला नेहरू हॉस्पिटल, हॉली लॉज, उच्च न्यायालय और उपायुक्त कार्यालय क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं.

शिमला के सैक्टर 5 में मैहली, कसुम्पटी, पंथाघाटी, हिमाचल प्रदेश सचिवालय और ब्रॉकहॉस्ट क्षेत्र शामिल किये गये हैं.

प्रत्येक सैक्टर में हर विभाग का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ताकि आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान समयबद्ध कार्य सुनिश्चित किया जा सके.

ये भी पढ़ें- भाग्य ने रुलाया...जमाने ने दुतकारा, 3 सालों से टीन के खोखे में बेटियों के साथ रहने को मजबूर महिला

शिमलाः सर्दियों से निपटने के लिए राजधानी शिमला में प्रशासन ने कमर कस ली है. हालांकि अभी विंटर सीजन के आने में समय है, लेकिन प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है. जिला में बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए गुरुवार को शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप ने बचत भवन में बैठक आयोजित की.

बैठक में सभी विभागों के अधिकारी शामिल रहे. बैठक शिमला शहर के विधायक और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में आयोजित की गई. सुरेश भारद्वाज ने बर्फबारी के दौरान सामान्य जनजीवन बनाए रखने के लिए के निर्देश दिए.

बैठक में उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने नगर निगम शिमला को इस दौरान पार्किंग संबंधी टाइमटेबल व पार्किंग स्थान की उपलब्धता की जानकारी उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए ताकि पर्यटकों को पार्किंग के लिए भटकना न पड़े.

उपायुक्त शिमला ने सभी उपमंडलाधिकारियों को बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम समय पर उठाने के निर्देश दिये. उन्होंने बताया कि जिले में बर्फबारी के दौरान किसी प्रकार की सूचना के आदान-प्रदान के लिए आपातकालीन नम्बर चालू है.

वीडियो.

जिला आपदा प्रबंधक प्राधिकरण आपातकालीन नम्बर 1077 और नगर निगम शिमला का आपातकालीन नम्बर 1916 है. जहां से जिला के नागरिक किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कर सकते है. अमित कश्यप ने सभी संबंधित विभागों को उनके पास उपलब्ध विभिन्न उपकरणों की सूची तैयार कर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और प्रशासन को सौंपने के निर्देश भी दिये.

वहीं, बर्फबारी के दौरान सभी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाये रखने के लिए शिमला नगर को पांच सैक्टर में बांटा गया है. जिसमें सैक्टर 1 में संजौली, ढली, नालदेहरा, कुफरी, मशोबरा, बल्देयां व छोटा शिमला क्षेत्र सम्मिलित किए गए हैं.

वहीं, सैक्टर 2 में ढली-संजौली बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़-बाजार विक्ट्री टनल तक, कैथू, ढली, भराड़ी, चैड़ा मैदान, एजी ऑफिस, हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय और अन्नाडेल क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं.

साथ ही सैक्टर 3 में बाईपास एनएच सड़क वाया आईएसबीटी शोघी तक, बीसीएस, चक्कर, बालुगंज, टुटू, नाभा, फागली, खलीनी, जतोग व विकास नगर क्षेत्र शामिल किये गये हैं.

वहीं, सैक्टर 4 में विक्ट्री टनल से कार्ट रोड़ छोटा शिमला तक, ओक ओवर, यूएस क्लब, रिज, जाखू क्षेत्र, रिच माउंट, रामचन्द्रा चैक, कमला नेहरू हॉस्पिटल, हॉली लॉज, उच्च न्यायालय और उपायुक्त कार्यालय क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं.

शिमला के सैक्टर 5 में मैहली, कसुम्पटी, पंथाघाटी, हिमाचल प्रदेश सचिवालय और ब्रॉकहॉस्ट क्षेत्र शामिल किये गये हैं.

प्रत्येक सैक्टर में हर विभाग का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ताकि आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान समयबद्ध कार्य सुनिश्चित किया जा सके.

ये भी पढ़ें- भाग्य ने रुलाया...जमाने ने दुतकारा, 3 सालों से टीन के खोखे में बेटियों के साथ रहने को मजबूर महिला

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विंटर सीजन  से निपटने के लिए जिला प्रशासन  ने कमर कस ली है ! हालंकि अभी विंटर सीजन  में  समय है लेकिन जिला प्रशासन  अभी से तैयारियों में जुट गया है ! जिला में   बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए गुरूवार को शिमला के उपायुक्त अमित  कश्यप ने  बचत भवन में  बैठक आयोजित की  गई  जिसमे  सभी विभागों  अधिकारी  शामिल हुए ! बैठक शिमला शहर के विधायक और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की  अध्यक्षता में आयोजित की गई !  सुरेश भारद्वाज ने  बर्फबारी के दौरान सामान्य जनजीवन बनाए रखने के लिए  के निर्देश दिए गए !   Body:बर्फबारी के दौरान सभी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाये रखने के लिए शिमला नगर को पांच सैक्टर में बांटा गया है।
सैक्टर-1 में संजौली, ढली, नालदेहरा, कुफरी, मशोबरा, बल्देयां व छोटा शिमला क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं।
सैक्टर-2 में ढली-संजौली बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़-बाजार विक्ट्री टनल तक, कैथू, ढली, भराड़ी, चैड़ा मैदान, एजी आॅफिस, हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय और अन्नाडेल क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं।
सैक्टर-3 में बाईपास एनएच सड़क वाया आईएसबीटी शोघी तक, बीसीएस, चक्कर, बालुगंज, टुटू, नाभा, फागली, खलीनी, जतोग व विकास नगर क्षेत्र शामिल किये गये हैं।
सैक्टर-4 में विक्ट्री टनल से कार्ट रोड़ छोटा शिमला तक, ओक ओवर, यूएस क्लब, रिज, जाखू क्षेत्र, रिच माउंट, रामचन्द्रा चैक, कमला नेहरू हाॅस्पिटल, हाॅली लाॅज, उच्च न्यायालय और उपायुक्त कार्यालय क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं। सैक्टर-5 में मैहली, कसुम्पटी, पंथाघाटी, हिमाचल प्रदेश सचिवालय और ब्राॅकहाॅस्ट क्षेत्र शामिल किये गये हैं।प्रत्येक सैक्टर में हर विभाग का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ताकि आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान समयबद्ध कार्य सुनिश्चित किया जा सके।  बैठक में  अधिकारियों को बर्फबारी के दौरान अधिक बाधित होने वाली सड़कों को चिन्हित करने के निर्देश दिए ताकि वहां पर उचित मशीनरी उपलब्ध करवाई जा सके और उन सड़कों को समयबद्ध खोला जा सके। शिक्षा मंत्री ने सभी विभागों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग स्नो मैनुअल के तहत सभी तैयारियां समयबद्ध पूर्ण करें, ताकि बर्फबारी के दौरान किसी भी तरह की विपरीत परिस्थिति का सामना न करना पड़े।
 उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने नगर निगम शिमला को इस दौरान पार्किंग संबंधी समयसारिणी व पार्किंग स्थान की उपलब्धता की वास्तु स्थिति की जानकारी उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए ताकि पर्यटकों को पार्किंग के लिए ईधर-उधर न भटकना पड़े।उन्होंने सभी उपमंडलाधिकारियों को बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम समयबद्ध उठाने के निर्देश दिये।  उन्होंने बताया कि जिले में बर्फबारी के दौरान किसी प्रकार की सूचना के आदान-प्रदान के लिए आपातकालीन नम्बर चालू है। जिला आपदा प्रबंधक प्राधिकरण आपातकालीन नम्बर 1077 तथा नगर निगम शिमला का आपातकालीन नम्बर 1916 है, जहां से जिला के नागरिक किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कर सकते है।  उन्होंने सभी संबंधित विभागों को उनके पास उपलब्ध विभिन्न उपकरणों की सूची तैयार कर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और प्रशासन को सौंपने के निर्देश भी दिये।
 मुद्दों पर विस्तृत चर्चा भी की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग, पुलिस विभाग, हिमाचल पथ परिवहन निगम, अग्निशमन विभाग, बीएसएनएल, पर्यटन और अन्य संबंधित विभागों से संबंधित   अधिकारी शामिल हुए ! 
Conclusion:
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