शिमलाः सर्दियों से निपटने के लिए राजधानी शिमला में प्रशासन ने कमर कस ली है. हालांकि अभी विंटर सीजन के आने में समय है, लेकिन प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है. जिला में बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए गुरुवार को शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप ने बचत भवन में बैठक आयोजित की.
बैठक में सभी विभागों के अधिकारी शामिल रहे. बैठक शिमला शहर के विधायक और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में आयोजित की गई. सुरेश भारद्वाज ने बर्फबारी के दौरान सामान्य जनजीवन बनाए रखने के लिए के निर्देश दिए.
बैठक में उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने नगर निगम शिमला को इस दौरान पार्किंग संबंधी टाइमटेबल व पार्किंग स्थान की उपलब्धता की जानकारी उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए ताकि पर्यटकों को पार्किंग के लिए भटकना न पड़े.
उपायुक्त शिमला ने सभी उपमंडलाधिकारियों को बर्फबारी के दौरान जनजीवन सामान्य बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम समय पर उठाने के निर्देश दिये. उन्होंने बताया कि जिले में बर्फबारी के दौरान किसी प्रकार की सूचना के आदान-प्रदान के लिए आपातकालीन नम्बर चालू है.
जिला आपदा प्रबंधक प्राधिकरण आपातकालीन नम्बर 1077 और नगर निगम शिमला का आपातकालीन नम्बर 1916 है. जहां से जिला के नागरिक किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कर सकते है. अमित कश्यप ने सभी संबंधित विभागों को उनके पास उपलब्ध विभिन्न उपकरणों की सूची तैयार कर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और प्रशासन को सौंपने के निर्देश भी दिये.
वहीं, बर्फबारी के दौरान सभी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाये रखने के लिए शिमला नगर को पांच सैक्टर में बांटा गया है. जिसमें सैक्टर 1 में संजौली, ढली, नालदेहरा, कुफरी, मशोबरा, बल्देयां व छोटा शिमला क्षेत्र सम्मिलित किए गए हैं.
वहीं, सैक्टर 2 में ढली-संजौली बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़-बाजार विक्ट्री टनल तक, कैथू, ढली, भराड़ी, चैड़ा मैदान, एजी ऑफिस, हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय और अन्नाडेल क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं.
साथ ही सैक्टर 3 में बाईपास एनएच सड़क वाया आईएसबीटी शोघी तक, बीसीएस, चक्कर, बालुगंज, टुटू, नाभा, फागली, खलीनी, जतोग व विकास नगर क्षेत्र शामिल किये गये हैं.
वहीं, सैक्टर 4 में विक्ट्री टनल से कार्ट रोड़ छोटा शिमला तक, ओक ओवर, यूएस क्लब, रिज, जाखू क्षेत्र, रिच माउंट, रामचन्द्रा चैक, कमला नेहरू हॉस्पिटल, हॉली लॉज, उच्च न्यायालय और उपायुक्त कार्यालय क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं.
शिमला के सैक्टर 5 में मैहली, कसुम्पटी, पंथाघाटी, हिमाचल प्रदेश सचिवालय और ब्रॉकहॉस्ट क्षेत्र शामिल किये गये हैं.
प्रत्येक सैक्टर में हर विभाग का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ताकि आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान समयबद्ध कार्य सुनिश्चित किया जा सके.
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