किन्नौरः जिला के हांगरंग उपतहसील के तहत नाको पंचायत में पिछले 11 वर्षो से उप स्वास्थ्य केंद्र में ताला लगने पर नाको पंचायत के ग्रामीणों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इस विषय में शनिवार को जनजातीय सलाहाकार परिषद के सदस्य शान्ता नेगी ने प्रेस वार्ता के दौरान सरकार से नाको उप स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की तैनाती करने की मांग की है.
शान्ता नेगी ने कहा कि जिला की नाको पंचायत में करीब 15 सौ लोग रहते हैं. ऐसे में यहां के लोगों को अपने स्वास्थ्य जांच के लिए नाको से 15 किलोमीटर दूर लियो गांव जाना पड़ता हैं. जिसमें कई घण्टों का समय लगता हैं साथ ही आपातकाल के दौरान 108 एम्बुलेंस की सुविधा भी मौजूद नहीं है.
ऐसे में मरीजो को इस लॉकडाउन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षो से इस उप स्वास्थ्य केंद्र में सरकार ने डॉक्टरों की तैनाती नहीं की हैं. जिसके चलते नाको के ग्रामीण आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में रहने पर मजबूर हैं.
नेगी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रदेश भर में कोरोना वायरस के संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं ऐसे में दुर्घम क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सबंधी सेवाएं प्रबंध की जाए.
बता दें कि जिला के नाको से जिला मुख्यालय रिकांगपिओ करीब सौ किलोमीटर दूर है और ऐसे में कोई बीमार पड़ जाए तो मरीज को इलाज के लिए इतने दूर लाने के लिए एम्बुलेंस सेवा भी नहीं है. साथ ही नाको में पिछले कई वर्षो से उप स्वास्थ्य केंद्र के बंद होने से नाको के ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं.