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SFJ का दावा: मंडी में हुई केजरीवाल की रैली में भेजे थे खालिस्तानी झंडे

हिमाचल में धर्मशाला के तपोवन में विधानसभा के गेट पर लगाए खलिस्तान के झंडे मामले में SFJ के गुरपतवंत सिंह पन्नू (SFJ Gurpatwant Singh Pannu) ने झंडे लगाने की जिम्मेदारी ली है और कहा कि ये झंडे मंडी में हुई आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान भी लाए गए (khalistani flags in arvind kejriwal relly) थे. एक वीडियो जारी कर पन्नू ने इसका दावा किया है.

गुरपतवंत सिंह पन्नू का दावा
गुरपतवंत सिंह पन्नू का दावा
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Published : May 9, 2022, 3:48 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में विधानसभा के गेट पर खलिस्तान के झंडे लगाने की जिम्मेदारी सिख्स फॉर जस्टिस (Sikhs for justice) ने ली है. SFJ के गुरपतवंत सिंह ने दावा किया है कि खालिस्तान जो झंडे हिमाचल विधानसभा के बाहर लगाए गए हैं वो मंडी में हुई आम आदमी पार्टी की रैली में भी भेजे गए थे.

6 अप्रैल को मंडी में 'आप' का रोड शो- 6 अप्रैल को मंडी में आम आदमी पार्टी का रोड शो हुआ था, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी शिरकत की थी. इसके अलावा पार्टी के कई दूसरे नेता और कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए थे.

मंडी में हुई थी अरविंद केजरीवाल की रैली
मंडी में हुई थी अरविंद केजरीवाल की रैली

गुरपतवंत सिंह का दावा- सिख्स फॉर जस्टिस (Sikh For Justice Gurpatwant Singh Pannu) के गुरपतवंत सिंह ने दावा किया है कि 6 अप्रैल को मंडी में हुई आम आदमी पार्टी के रोड शो में खालिस्तान के झंडे भेजे गए थे. खालिस्तान समर्थकों ने ये झंडे केजरीवाल की रैली (khalistani flags in arvind kejriwal relly) में लहराए थे और अब यही झंडे हिमाचल की विधानसभा के बाहर लहराए गए हैं. गुरपतवंत सिंह ने एक वीडियो जारी कर ये बातें बताई हैं और साथ ही इसे लेकर एक चिट्ठी भी पत्रकारों को भेजी गई है. पन्नू वीडियो में बता रहा है कि हिमाचल विधानसभा के बाहर 5 झंडे लगाए गए.

मंडी में हुई थी अरविंद केजरीवाल की रैली
मंडी में हुई थी अरविंद केजरीवाल की रैली

SFJ की चिट्ठी के मुताबिक "केजरीवाल और भगवंत मान ने पंजाब चुनाव के दौरान खालिस्तान समर्थक सिखों ने आप को 60 लाख डॉलर से अधिक का दान देने का लालच दिया था, इसलिए एसएफजे खालिस्तान जनमत संग्रह को बढ़ावा देने के लिए सीएम भगवंत मान के करीबी कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल करेगा".

पन्नू ने हिमाचल विधानसभा के बाहर लगाए गए खालिस्तान झंडों को लेकर कहा कि " हिमाचल विधानसभा के बाहर लगे खालिस्तान के झंडे सीएम जयराम ठाकुर के लिए साफ संदेश है कि हिमाचल प्रदेश को खालिस्तान जनमत संग्रह के माध्यम से पुनः प्राप्त किया जाएगा और हिमाचल एक बार फिर पंजाब का हिस्सा होगा" एसएफजे ने घोषणा की है कि जून 2022 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के 38वीं बरसी के दौरान खालिस्तान समर्थक समूह हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए मतदान की तारीख की घोषणा करेगा.

एसएफजे की चिट्ठी
एसएफजे की चिट्ठी

पहले भी दी थी धमकी- एसएफजे की तरफ से इससे पहले भी कहा हिमाचल की राजधानी शिमला में 29 अप्रैल को खालिस्तानी झंडा फहराने की धमकी दी गई थी. चिट्ठी में बकायदा हिमाचल के मुख्यमंत्री का नाम लिखकर चेतावनी दी गई थी. दरअसल हिमाचल के कुछ इलाकों में पुलिस ने खालिस्तानी झंडे और भिंडरावाले की तस्वीरों के साथ युवकों को रोका था और चालान किया. जिसके बाद पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने एक वीडियो जारी कर शिमला में खालिस्तान का झंडा फहराने का दावा किया था.

ये भी पढ़ें : हिमाचल में हाई अलर्ट घोषित, सभी इंटर स्टेट बॉर्डर सील, जानिए क्या है पूरा मामला

ये भी पढ़ें :हिमाचल में हाई अलर्ट पर बोले सीएम जयराम, जांच के लिए बॉर्डर एरिया में बढ़ाई गई निगरानी

शिमला: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में विधानसभा के गेट पर खलिस्तान के झंडे लगाने की जिम्मेदारी सिख्स फॉर जस्टिस (Sikhs for justice) ने ली है. SFJ के गुरपतवंत सिंह ने दावा किया है कि खालिस्तान जो झंडे हिमाचल विधानसभा के बाहर लगाए गए हैं वो मंडी में हुई आम आदमी पार्टी की रैली में भी भेजे गए थे.

6 अप्रैल को मंडी में 'आप' का रोड शो- 6 अप्रैल को मंडी में आम आदमी पार्टी का रोड शो हुआ था, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी शिरकत की थी. इसके अलावा पार्टी के कई दूसरे नेता और कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए थे.

मंडी में हुई थी अरविंद केजरीवाल की रैली
मंडी में हुई थी अरविंद केजरीवाल की रैली

गुरपतवंत सिंह का दावा- सिख्स फॉर जस्टिस (Sikh For Justice Gurpatwant Singh Pannu) के गुरपतवंत सिंह ने दावा किया है कि 6 अप्रैल को मंडी में हुई आम आदमी पार्टी के रोड शो में खालिस्तान के झंडे भेजे गए थे. खालिस्तान समर्थकों ने ये झंडे केजरीवाल की रैली (khalistani flags in arvind kejriwal relly) में लहराए थे और अब यही झंडे हिमाचल की विधानसभा के बाहर लहराए गए हैं. गुरपतवंत सिंह ने एक वीडियो जारी कर ये बातें बताई हैं और साथ ही इसे लेकर एक चिट्ठी भी पत्रकारों को भेजी गई है. पन्नू वीडियो में बता रहा है कि हिमाचल विधानसभा के बाहर 5 झंडे लगाए गए.

मंडी में हुई थी अरविंद केजरीवाल की रैली
मंडी में हुई थी अरविंद केजरीवाल की रैली

SFJ की चिट्ठी के मुताबिक "केजरीवाल और भगवंत मान ने पंजाब चुनाव के दौरान खालिस्तान समर्थक सिखों ने आप को 60 लाख डॉलर से अधिक का दान देने का लालच दिया था, इसलिए एसएफजे खालिस्तान जनमत संग्रह को बढ़ावा देने के लिए सीएम भगवंत मान के करीबी कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल करेगा".

पन्नू ने हिमाचल विधानसभा के बाहर लगाए गए खालिस्तान झंडों को लेकर कहा कि " हिमाचल विधानसभा के बाहर लगे खालिस्तान के झंडे सीएम जयराम ठाकुर के लिए साफ संदेश है कि हिमाचल प्रदेश को खालिस्तान जनमत संग्रह के माध्यम से पुनः प्राप्त किया जाएगा और हिमाचल एक बार फिर पंजाब का हिस्सा होगा" एसएफजे ने घोषणा की है कि जून 2022 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के 38वीं बरसी के दौरान खालिस्तान समर्थक समूह हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए मतदान की तारीख की घोषणा करेगा.

एसएफजे की चिट्ठी
एसएफजे की चिट्ठी

पहले भी दी थी धमकी- एसएफजे की तरफ से इससे पहले भी कहा हिमाचल की राजधानी शिमला में 29 अप्रैल को खालिस्तानी झंडा फहराने की धमकी दी गई थी. चिट्ठी में बकायदा हिमाचल के मुख्यमंत्री का नाम लिखकर चेतावनी दी गई थी. दरअसल हिमाचल के कुछ इलाकों में पुलिस ने खालिस्तानी झंडे और भिंडरावाले की तस्वीरों के साथ युवकों को रोका था और चालान किया. जिसके बाद पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने एक वीडियो जारी कर शिमला में खालिस्तान का झंडा फहराने का दावा किया था.

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