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शहरों की तरह गांवों में बनाए जाएंगे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान, ग्रामीण विकास मंत्री ने दिया सुझाव - शौचालय

ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के साथ हुई बैठक में शहरों की तर्ज पर गांवों में भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की बात कही है.

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Published : Jun 13, 2019, 6:15 AM IST

शिमला: ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के साथ हुई बैठक में शहरों की तर्ज पर गांवों में भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की बात कही है. इसके अलावा कहा कि गांवों में भी सामुदायिक शौचालयों का निर्माण होना चाहिए, जिससे पूर्ण स्वछता के लक्ष्य को पूरा किया जा सके.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्वछता के मामले में आत्म निर्भर मॉडल विकसित कर रहा है, जिसकी शुरूआत कांगड़ा के पालमपुर की आईमा पंचायत में प्रौद्योगिक आधार पर हो चुकी है.

वीरेंद्र कंवर ने कहा कि सरकारी और सार्वजनिक भवनों के साथ वर्षा जल सरंक्षण टैंकों का निर्माण भी कराया गया है, ताकि वर्षा जल का प्रयोग शौचालयों में किया जा सके. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मनरेगा के तहत जल संरक्षण पर विषेश कार्य किया जा रहा है.

शिमला: ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के साथ हुई बैठक में शहरों की तर्ज पर गांवों में भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की बात कही है. इसके अलावा कहा कि गांवों में भी सामुदायिक शौचालयों का निर्माण होना चाहिए, जिससे पूर्ण स्वछता के लक्ष्य को पूरा किया जा सके.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्वछता के मामले में आत्म निर्भर मॉडल विकसित कर रहा है, जिसकी शुरूआत कांगड़ा के पालमपुर की आईमा पंचायत में प्रौद्योगिक आधार पर हो चुकी है.

वीरेंद्र कंवर ने कहा कि सरकारी और सार्वजनिक भवनों के साथ वर्षा जल सरंक्षण टैंकों का निर्माण भी कराया गया है, ताकि वर्षा जल का प्रयोग शौचालयों में किया जा सके. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मनरेगा के तहत जल संरक्षण पर विषेश कार्य किया जा रहा है.

Intro:शहरों की तरह गांवों के लिए भी बनें सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान

शिमला। ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के साथ बैठक में सुझाव दिया कि शहरों की तर्ज पर गांवों में भी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि गांवों में भी सामुदायिक शौचालयों का निर्माण होना चाहिए। जिससे पूर्ण स्वछता के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।


Body:सम्मेलन को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्वछता के मामले में आत्म निर्भर मॉडल विकसित कर रहा है। अधिकतर सरकारी और सार्वजनिक भवनों के साथ वर्षा जल सरंक्षण टैंकों का निर्माण भी करवाया गया है। ताकि वर्षा जल का प्रयोग शौचालयों में किया जा सके।

वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश कचरा निष्पादन के लिए भी आत्मनिर्भर मॉडल विकसित कर रहा है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा के पालमपुर की आईमा पंचायत में प्रौद्योगिक आधार पर इसकी शुरुआत हो चुकी है। जल सरंक्षण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल सरंक्षण पर भी प्रदेश सरकार सराहनीय कार्य कर रहा है। मनरेगा के तहत जल संरक्षण पर विषेश कार्य किया जा रहा है।


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