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शिमला शहरी कांग्रेस में विरोध के स्वर, सात आवेदनकर्ताओं ने स्थानीय नेता को टिकट देने की उठाई मांग

दिल्ली में होने वाली कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से पहले शहरी कांग्रेस में विरोध के स्वर मुखर (Shimla Urban Congress) हो गए हैं. शिमला शहर से टिकट के लिए 40 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है. लेकिन पैनल में 8 नाम ही शामिल किए गए हैं. जिसके चलते अन्य नेता विरोध में उतर आए हैं. इसको लेकर 7 आवेदनकर्ताओं ने कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी (Himachal Congress Screening Committee) से शहर के स्थनीय नेता को टिकट देने की मांग की. पढ़ें पूरी खबर...

शिमला शहरी कांग्रेस में विरोध के स्वर
शिमला शहरी कांग्रेस में विरोध के स्वर
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Published : Sep 18, 2022, 8:33 PM IST

शिमला: सितंबर को दिल्ली में होने वाली कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से पहले शहरी कांग्रेस में विरोध के स्वर मुखर (Shimla Urban Congress) हो गए हैं. शिमला शहर से टिकट के लिए 40 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है. लेकिन पैनल में 8 नाम ही शामिल किए गए हैं. जिसके चलते अन्य नेता विरोध में उतर आए हैं. इसको लेकर रविवार को खलीनी में 7 आवेदनकर्ताओं ने बैठक कर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी (Himachal Congress Screening Committee) से शहर के स्थनीय नेता को टिकट देने की मांग की.

बैठक में कांग्रेस पार्षद और व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष इंदरजीत सिंह, पूर्व पार्षद सुरेंद्र चौहान, आनंद कौशल, संजीव कुठियाला, सुनीता ठाकुर, मस्तराम और जोगेंद्र कंवर शामिल हुए. इन नेताओं का कहना है कि शिमला शहर से 40 नेताओं ने टिकट के लिए आवदेन किया था. लेकिन आठ आवेदन को ही पैनल में शमिल किया गया है. कांग्रेस ने जिन भी आवेदकों को पैनल (Himachal congress panel for ticket allocation) में शमिल किया है, वे शिमला शहर के स्थाई निवासी नहीं हैं.

उन्होंने कहा कि पैनल में अधिकतर नाम अप्पर शिमला या कसुम्पटी के नेताओं के ही है. ऐसे में इन नेताओं को टिकट दी जाती है तो कांग्रेस को नुक्सान झेलना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन था. जिसमें तीन चार बार जीते पार्षद भी शमिल हैं. इन नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान से आग्रह किया है कि ऐसे व्यक्ति को शिमला शहर से टिकट दी जाए जो शिमला शहर में रहता हो और जिनका जनाधार भी हो. उन्होंने कहा कि यदि बाहरी नेता को टिकट दी जाती है, तो उससे कांग्रेस को नुकसान हो सकता है.

ये भी पढ़ें: CM जयराम का राहुल गांधी पर तंज, कहा: जो कभी दुकान नहीं गया वो क्या जाने आटे दाल भाव

शिमला: सितंबर को दिल्ली में होने वाली कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से पहले शहरी कांग्रेस में विरोध के स्वर मुखर (Shimla Urban Congress) हो गए हैं. शिमला शहर से टिकट के लिए 40 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है. लेकिन पैनल में 8 नाम ही शामिल किए गए हैं. जिसके चलते अन्य नेता विरोध में उतर आए हैं. इसको लेकर रविवार को खलीनी में 7 आवेदनकर्ताओं ने बैठक कर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी (Himachal Congress Screening Committee) से शहर के स्थनीय नेता को टिकट देने की मांग की.

बैठक में कांग्रेस पार्षद और व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष इंदरजीत सिंह, पूर्व पार्षद सुरेंद्र चौहान, आनंद कौशल, संजीव कुठियाला, सुनीता ठाकुर, मस्तराम और जोगेंद्र कंवर शामिल हुए. इन नेताओं का कहना है कि शिमला शहर से 40 नेताओं ने टिकट के लिए आवदेन किया था. लेकिन आठ आवेदन को ही पैनल में शमिल किया गया है. कांग्रेस ने जिन भी आवेदकों को पैनल (Himachal congress panel for ticket allocation) में शमिल किया है, वे शिमला शहर के स्थाई निवासी नहीं हैं.

उन्होंने कहा कि पैनल में अधिकतर नाम अप्पर शिमला या कसुम्पटी के नेताओं के ही है. ऐसे में इन नेताओं को टिकट दी जाती है तो कांग्रेस को नुक्सान झेलना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन था. जिसमें तीन चार बार जीते पार्षद भी शमिल हैं. इन नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान से आग्रह किया है कि ऐसे व्यक्ति को शिमला शहर से टिकट दी जाए जो शिमला शहर में रहता हो और जिनका जनाधार भी हो. उन्होंने कहा कि यदि बाहरी नेता को टिकट दी जाती है, तो उससे कांग्रेस को नुकसान हो सकता है.

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