शिमलाः मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार की ओर से बैंक गारंटी खत्म करने के आश्वासन के बाद रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल टाल दी है. आज से वह आईजीएमसी, केएनएच और टांडा मंडिकल कॉलेज में रेगुलर काम करेंगे.
बुधवार शाम को मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की बैठक हुई. इस दौरान हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के पदाधिकारी, स्वास्थ्य सचिव भी विशेष तौर पर मौजूद रहे. बैठक में सीएम ने आश्वासन दिया कि डॉक्टर्स की मांग के अनुसार बैंक गारंटी को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा.
अब कोई भी पैसा कैश में नहीं लिया जाएगा. हालांकि सरकार ने अब डॉक्टर्स के लिए नया रूल बनाने का प्रस्ताव रखा है. इसमें डॉक्टर्स को दो साल की सर्विस करना अनिवार्य होगा. इस आश्वासन पर रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने अपनी हड़ताल टाल दी.
दो दिन की थी हड़ताल
रेजिडेंट डॉक्टर्स ने बीते सोमवार और मंगलवार को दो घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक की थी. इस दौरान केएनएच, आईजीएमसी, टांडा मेडिकल कॉलेज में करीब 300 डॉक्टर हड़ताल पर थे. मंगलवार को मुख्यमंत्री ने उन्हें हड़ताल खत्म करने के लिए कहा था और बुधवार को बैठक के लिए बुलाया था. वहीं, बैठक में डॉक्टर्स की मांगें मानने के आश्वासन पर सीएम ने हड़ताल को खत्म करवा दिया है. अब आज से अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर रेगुलर सेवाएं देंगे. इससे मरीजों को भी राहत मिलेगी.
आज से देंगे सभी डॉक्टर सेवाएं
इस बारे में रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अजय जरियाल ने बताया कि सीएम और एचएम के साथ उनकी बैठक हुई. इस दौरान सीएम ने बैंक गारंटी को खत्म करने की उनकी मांग को मान लिया है. वहीं, डॉक्टर्स के लिए एक नया सर्विस एक्ट बनाने की बात हुई है.
इसमें दो साल तक डॉक्टर को प्रदेश में सेवाएं देना अनिवार्य किया जाएगा. इस बात पर सभी पदाधिकारियों ने सहमति जताई है. ऐसे में अब वीरवार से सभी डॉक्टर रेगुलर सेवाएं देंगे. एसोसिएशन ने मांगे पूरी करने के लिए सीएम और एचएम का आभार जताया है.