शिमला: प्रदेश में गुरुवार से रैपिड टेस्टिंग किट के माध्यम से भी कोरोना के टेस्ट किए जाएंगे. हालांकि इनका प्रयोग केवल सर्विलेंस की दृष्टि से किया जाएगा और रूटीन टेस्ट आरटी पीसीआर मशीन के माध्यम से ही किए जाएंगे. विशेष सचिव स्वास्थ्य निपुण जिंदल ने ईटीवी भारत से खास बीतचीत में कहा कि वर्तमान समय प्रदेश में चार स्थानों पर कोविड-19 के टेस्ट किए जा रहे हैं. जल्द ही मेडिकल कॉलेज नेरचौक में भी टेस्ट शुरू हो जाएंगे.
निपुण जिंदल ने कहा टेस्ट की दृष्टि से प्रदेश सरकार तेजी से कार्य कर रही है. जल्द ही प्रदेश में डॉट नेट मशीनों के जरिए कोरोना के टेस्ट किए जाएंगे. उम्मीद लगाई जा रही है कि 25 अप्रैल को इनके माध्यम से टेस्ट शुरू हो जाएंगे जिसके लिए आवश्यक भी मिलने वाली है. इसके अलावा प्रदेश में सीबी नाइट मशीनें भी भारी मात्रा में है प्रदेश में इस वक्त 25 सीबी नाइट मशीनें हैं जिनमें से बायोसेफ्टी स्टैंडर्ड को ध्यान में रखते हुए पांच स्थानों पर इन मशीनों के माध्यम से भी कोविड-19 के टेस्ट किए जाएंगे. इस प्रकार आने वाले कुछ ही दिनों में प्रदेश में कोविड-19 के टेस्ट की क्षमता बहुत अधिक बढ़ जाएगी.
प्रदेश में नियंत्रण में है स्थिति
विशेष सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि देश में प्रदेश में फिलहाल कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है केवल हमीरपुर में सामने आए दो मामलों में ही चिंता का विषय है. क्योंकि अभी तक इनका संपर्क नहीं मिल पा रहा है. इसके अलावा जितने भी मामले आए हैं उन सभी के कॉन्टेक्ट हिस्ट्री ट्रेस कर ली गई है और स्थिति नियंत्रण में है.
प्रदेश में 85 प्रतिशत मामलों में कोरोना के लक्षण नहीं
प्रदेश में 85 प्रतिशत कोरोना के मामले ऐसे हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं हैं यह पूरी दुनिया के साथ-साथ प्रदेश के लिए भी चिंता का विषय है. केवल कॉन्टेक्ट हिस्ट्री के आधार पर ही इन लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया. निपुण जिंदल ने आरोग्य सेतु ऐप को कोरोना के खिलाफ एक बड़ा शस्त्र बताया और कहा कि हर व्यक्ति को इस ऐप को डाउनलोड करना चाहिए. यह ऐप जहां व्यक्तिगत स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देती है. वहीं, आसपास मौजूद कोरोना पॉजिटिव के बारे में भी सतर्क करती है जिसके कारण व्यक्ति और अधिक सावधान हो जाता है इसलिए पूरे देश में इस ऐप को डाउनलोड करने पर आवाहन किया जा रहा है.
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