शिमला: हिमाचल निर्माता और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार की जयंती गुरुवार (YS Parmar Birth Anniversary) को विधानसभा में मनाई (Himachal vidhansabha) जाएगी. परमार जयंती पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित सरकार के मंत्री, नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे. इसके अलावा परमार जयंती पर हर साल हिमाचल कला-संस्कृति व भाषा अकादमी साहित्यिक आयोजन करती है. इस बार ये आयोजन बिलासपुर जिला में होगा. शिमला में होने वाले आयोजनों की कड़ी में रिज मैदान पर स्थापित डॉ. परमार की प्रतिमा पर माल्यार्पण होगा.
सुबह सवा नौ बजे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर रिज मैदान पर डॉ. परमार की प्रतिमा पर माल्यार्पण (Yashwant parmar statue on Ridge Maidan) करेंगे. इस दौरान भाजपा व कांग्रेस के नेता भी मौजूद रहेंगे. विधानसभा में परमार जयंती पर तीन घंटे से अधिक समय के कार्यक्रम होंगे. आयोजन में डॉ. परमार के परिजन भी शामिल होंगे. इस दौरान हिमाचल के विकास में डॉ. परमार के योगदान पर चर्चा होगी. डॉ. परमार के जीवन से जुड़े एक वृत चित्र भी दिखाया जाएगा. कार्यक्रम में सीएम जयराम ठाकुर सहित नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार व अन्य नेता शामिल होंगे.
उल्लेखनीय है कि डॉ. वाई एस परमार ने हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अथक प्रयास (Himachal founder yashwant parmar) किया था. हिमाचल के गठन से लेकर हिमाचल के पूर्ण राज्य बनने तक डॉ. परमार का योगदान है. वे सभी दलों में समान रूप से लोकप्रिय हैं. डॉ. परमार सिरमौर जिले के रहने वाले थे. उन्होंने प्रजामंडल आंदोलन में भी सक्रिय रूप से भाग लिया था. डॉ. परमार ने किताबें भी लिखीं. वे अपनी ईमानदारी व सादगी के लिए पहचान रखते थे. शिमला में रिज मैदान पर डॉ. वाईएस परमार की प्रतिमा स्थापित है. उनकी जयंती पर हर साल हिमाचल में साहित्यिक आयोजन भी होते हैं. डॉ. परमार के बेटे कुश परमार भी विधायक रहे हैं.