शिमलाः देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की तीसरी पुण्यतिथि पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने की.
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. कार्यक्रम में प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर बतौर मुख्य वक्ता मौजूद रहे.
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की पुण्यतिथि पर संबोधन देते हुए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई का नाम विश्व भर में प्रखर राजनेता के रूप में प्रसिद्ध हैं. राज्यपाल ने अटल बिहारी वाजपेई को सक्षम नेता बताया.
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई को याद कर उनके भीतर उत्साह का संचार होता है. अटल बिहारी वाजपेई के वक्तव्य को याद करते हुए बताया कि वे मानते थे कि स्वतंत्रता को सार्थक करने के लिए शक्ति का आधार होना चाहिए. राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सिकंदर कुमार विश्वविद्यालय परिसर में अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा स्थापित करने के लिए बधाई भी दी.
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर बतौर मुख्य वक्ता मौजूद रहे. गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेई कुल्लू-मनाली को अपना दूसरा घर मानते थे. ठाकुर ने अटल बिहारी वाजपेई के अपने पिता ठाकुर कुंज लाल के साथ संबंधों को याद किया. उन्होंने कहा कि आज विश्व भर में अटल टनल के चर्चे हैं, जो भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की सोच का ही नतीजा है.
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