शिमला: हिमाचल विधानसभा परिसर (Himachal Assembly Complex) में 16 से 19 नवंबर तक होने वाले पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन (Presiding Officers Conference) को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार (Assembly Speaker Vipin Singh Parmar) ने कहा कि पीठासीन अधिकारियों के शताब्दी वर्ष समारोह एवं 82वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में भाग ले रहे सभी अतिथियों का विशेष ध्यान रखा जाएगा. विधानसभा परिसर में लोकसभा की पृष्ठभूमि और आजादी से लेकर आज तक की लोकसभा की उपलब्धियां झलकियों और ऐतिहासिक परिदृश्य के बारे में डिजिटल प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाई जाएगी.
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश के हस्तशिल्प एवं हथकरघा विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा अपने विशिष्ट उत्पादों की पीटर हॉफ में प्रर्दशिनियां लगाई जा रही हैं. विपिन सिंह परमार ने कहा कि इस सम्मेलन में 300 से ज्यादा अन्य राज्यों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (Himachal Pradesh Tourism Development Corporation) उनके खाने पीने की व्यवस्था कर रहा है. परमार ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला (Lok Sabha Speaker Om Birla) मंगलवार को शिमला पहुंचेंगे.
मंगलवार को सचिवों का 58वां सम्मेलन होगा. जबकि 17 नवंबर को पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन का शुभारम्भ होगा. परमार ने कहा कि उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह साढ़े 10 बजे वर्चुअल माध्यम से सम्मेलन में अपना संबोधन देंगे. रात्रिभोज के दौरान हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों के कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर सभी अतिथियों को हिमाचल की उच्च और स्वस्थ संस्कृति से अवगत करवाएंगे और उनका मनोरंजन करेंगे.
उन्होंने कहा कि अलावा सम्मेलन में 36 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की विधान सभाओं व विधान परिषदों के पीठासीन अधिकारी अर्थात अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, प्रधान सचिव एवं सचिव भाग लेंगे. विधानसभा के तीन लोगों के साथ-साथ सरकार का एक वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मेलन में भाग लेगा. लोकसभा और राज्यसभा के महासचिव, संसद टीवी के 20 प्रतिनिधियों सहित 90 लोग कुल मिलाकर 378 प्रतिनिधि भाग लेंगे. इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रदेश विधानसभा के सदस्यों, लोकसभा व राज्यसभा सांसदों को भी आमंत्रित किया गया है. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar), मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Union Minister Anurag Thakur) भी सम्मेलन में शिरकत करेंगे.
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विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि 100 साल पहले सितंबर 1921 में शिमला स्थित काउंसिल चैंबर जोकि वर्तमान में विधान सभा है इसमें पहला अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन आयोजित हुआ था. उसके बाद अब शिमला में 82वां सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है और विधानसभा सचिवों का 58वां सम्मेलन है. विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सम्मेलन में शामिल होने के लिए सभी राज्यों के पीठासीन अधिकारियों व उप पीठासीन अधिकारियों को पत्नियों के साथ शिमला आने का निमंत्रण दिया गया है.
विपिन सिंह परमार ने कहा कि इससे प्रदेश की पहचान देश के सभी राज्यों तक पहुंचेगी. साथ ही आने वाले स्वजनों को शिमला की मशहूर सैरगाहों कुफरी, चायल, नालदेहरा, नारकंड़ा, तत्तापानी सहित कई दूसरे रमणीक स्थानों पर घुमाया जाएगा. पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में लोकसभा सचिवालय सुनिश्चित करेगा कि किस विषय पर चर्चा की जानी है. विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि सम्मेलन लोक सभा की ओर से आयोजित हो रहा है. प्रदेश विधान सभा इस सम्मेलन का केवल आयोजक है. सम्मेलन में विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका में मौजूदा समय में किए जा रहे कार्यों पर चर्चा होगी.
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