शिमला: राष्ट्रपति चुनाव सत्ताधारी दल के लिए प्रतिष्ठा का मामला माना जाता है. चुनाव के लिए मतदान (Presidential Election 2022) करते समय वोट खराब न हो इसके लिए भाजपा बेहद सतर्कता अपना रही है. अकसर पहली बार विधायक बनने वाले नेता अनुभव की कमी के कारण अथवा हड़बड़ी में वोट खराब कर बैठते हैं. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए भाजपा जरा सा भी जोखिम नहीं उठाना चाहती. पार्टी विधायकों को बार-बार प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पहले भाजपा विधायकों को होटल पीटरहॉफ में बैठक कर समझाया गया. उसके बाद बद्दी में एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (NDA candidate Draupadi Murmu) के साथ सभी विधायकों का संवाद कार्यक्रम रखा गया.
अब शनिवार को राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में विधायक दल की बैठक की गई. बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह (BJP National Vice President Saudan Singh) और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे, लेकिन भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री अनिल शर्मा का रुख स्पष्ट नहीं है. अनिल शर्मा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल कुछ भी तय नहीं है. उन्होंने कहा कि सदर विधानसभा की जनता जो आदेश करेगी वही निर्णय लिया जाएगा.
हिमाचल के एक विधायक का वोट वैल्यू है 51 अंक: हिमाचल के एक विधायक का वोट वैल्यू 51 अंक है. पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के विधायकों का वोट वैल्यू 64 अंक है. हिमाचल में भी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. यहां पर 68 विधायक, लोकसभा के 4 सांसद और राज्यसभा के तीन सांसद हैं. बता दें कि राष्ट्रपति के चुनाव सोमवार, 18 जुलाई को है.
हिमाचल प्रदेश में भाजपा के 45 विधायक: दो निर्दलीय विधायकों सहित इस वक्त भाजपा के यहां पर 45 विधायक हैं और तीन लोकसभा सदस्य भी भाजपा के हैं. कांग्रेस के पास 22 विधायक हैं. एक निर्दलीय विधायक हैं. लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के वोट वैल्यू के अंक (Vote Value of Lok Sabha and Rajya Sabha MP) अलग से होंगे. विदित हो कि राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होना है.
विधानसभा सचिव राष्ट्रपति चुनाव के लिए हिमाचल के एआरओ सुंदर सिंह वर्मा ने कहा कि इस इलेक्शन का पूरा मामला चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर देखते हैं. सेक्रेटरी विधानसभा एआरओ की भूमिका में होता है. हमारा काम राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान करवाना है. उसकी तैयारी हम पूरी कर चुके हैं.
सबसे कम और सबसे ज्यादा वोट वैल्यू: राष्ट्रपति चुनाव में सबसे कम वोट वैल्यू सिक्किम के विधायक (Vote Value of MLA in Presidential Election) की है. उनके वोट की वैल्यू महज 7 अंक है. उत्तर प्रदेश के विधायकों की सबसे अधिक वोट वैल्यू है. यूपी के एक विधायक की वोट वैल्यू सबसे अधिक 208 अंक है. सांसदों की वोट वैल्यू 708 अंक है. सांसदों और विधायकों के मिले मतों की वैल्यू निकालकर ही प्रत्याशी विजयी घोषित किया जाता है.
यह है वोट वैल्यू निकालने का फॉर्मूला: विधायकों की वोट वैल्यू निकालने का एक फॉर्मूला तय है. राज्य के विधायकों की संख्या को 1000 से गुणा कर उस राज्य की जनसंख्या से डिवाइड कर वोट वैल्यू निकाली जाती है. सांसदों की वोट वैल्यू 708 आंकी गई है. राष्ट्रपति चुनाव में वोट करने वालों को कैंडिडेट के नाम के आगे अपनी वरीयता देनी पड़ती है. जिस कैंडिडेट को सबसे अधिक नंबर-1 की वरीयता मिलती है. वह ही जीत का हकदार होता है.
ये भी पढ़ें: राष्ट्रपति चुनाव : UP के विधायकों के मतों का मूल्य सर्वाधिक, सिक्किम का सबसे कम