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देश आजाद नहीं हुआ होता तो कंगना शिमला में अंग्रेजों के घोड़ों की लीद उठा रही होतीं: प्रेम देवी शास्त्री - देशद्रोह का मामला

हिमाचल प्रदेश की बेटी और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Bollywood actress Kangana Ranaut) के द्वारा बीते दिनों भारत की आजादी को लेकर दिए गए बयान के चलते अब जगह-जगह कंगना का विरोध जारी है. इसी कड़ी में ऑल इंडिया फ्रीडम फाइटर समिति (All India Freedom Fighter Committee) की हिमाचल इकाई की अध्यक्ष प्रेम देवी शास्त्री ने कहा कि, 'अगर देश आजाद नहीं हुआ होता तो कंगना रनौत आज शिमला के रिज मैदान (Shimla Ridge Maidan) पर अंग्रेजों के घोड़ों की लीद उठा रही होतीं और अंग्रेजी मेमों की कुर्सी उठा रही होतीं.'

Kangana ranaut controversy
प्रेम देवी शास्त्री ने कंगना के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की.
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Published : Nov 15, 2021, 8:41 PM IST

Updated : Nov 16, 2021, 9:42 AM IST

शिमला: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान पर ऑल इंडिया फ्रीडम फाइटर समिति (All India Freedom Fighter Committee) की हिमाचल इकाई की अध्यक्ष प्रेम देवी शास्त्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. प्रेम देवी शास्त्री (Prem Devi Shastri ) ने सरकार से कंगना के खिलाफ मामला दर्ज करने की अपील करते हुए कहा कि कंगना को 7 दिनों के भीतर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत सरकार सात दिन के भीतर कंगना के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज नहीं करवाती हैं तो वो कोर्ट में याचिका दायर करेंगी.

प्रेम देवी ने कहा कि वह कंगना रनौत के बयान से आहत हैं. प्रेम देवी ने कहा कि 'अगर देश आजाद नहीं हुआ होता तो कंगना रनौत आज शिमला के रिज मैदान (Shimla Ridge Maidan) पर अंग्रेजों के घोड़ों की लीद उठा रही होतीं और अंग्रेजी मेमों की कुर्सी उठा रही होतीं. उन्होंने पूछा कि अगर आजादी 2014 में मिली है तो 1947 में क्या मिला था. अगर वो भीख थी तो वो भीख किस पात्र में मिली थी.'

ये भी पढ़ें: नाहन में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का फूंका पुतला, आजादी वाले बयान पर भड़की NSUI

प्रेम देवी ने कहा कि उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों द्वारा सम्पर्क किया जा रहा है. अगर क्रांतिकारी देश भर में प्राण न्यौछावर कर भारत माता को गुलामी की बेड़ियों से आजाद नहीं करवाते तो हालत क्या होती, ये समझना कठिन नहीं है. बता दें कि प्रेम देवी शास्त्री उस क्रांतिकारी परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिसने अंग्रेजों के राज में लगान नहीं दिया और आम जन मानस को स्वाधीनता के प्रति जागरूक किया था.

दरअसल एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कंगना रनौत ने ये बयान दिया था जिसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुई 24 सेकेंड की एक क्लिप में रनौत को कहते सुना जा सकता है कि, '1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी और जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली है.' इस बयान के बाद कंगना को लेकर सोशल मीडिया पर मीम की बाढ़ आ गई थी, कई लोग उन्हें पद्मश्री देने पर भी सवाल उठा रहे हैं. कांग्रेस से लेकर शिवसेना समेत कई दलों के नेता भी बीजेपी सरकार पर हमलावर हैं.

ये भी पढ़ें: पीएम नरेंद्र मोदी के सोलर एनर्जी के सपने को नई ऊंचाइयां दे रहा हिमाचल, अब ग्रीन सिटी होगी राजधानी शिमला

शिमला: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान पर ऑल इंडिया फ्रीडम फाइटर समिति (All India Freedom Fighter Committee) की हिमाचल इकाई की अध्यक्ष प्रेम देवी शास्त्री ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. प्रेम देवी शास्त्री (Prem Devi Shastri ) ने सरकार से कंगना के खिलाफ मामला दर्ज करने की अपील करते हुए कहा कि कंगना को 7 दिनों के भीतर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत सरकार सात दिन के भीतर कंगना के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज नहीं करवाती हैं तो वो कोर्ट में याचिका दायर करेंगी.

प्रेम देवी ने कहा कि वह कंगना रनौत के बयान से आहत हैं. प्रेम देवी ने कहा कि 'अगर देश आजाद नहीं हुआ होता तो कंगना रनौत आज शिमला के रिज मैदान (Shimla Ridge Maidan) पर अंग्रेजों के घोड़ों की लीद उठा रही होतीं और अंग्रेजी मेमों की कुर्सी उठा रही होतीं. उन्होंने पूछा कि अगर आजादी 2014 में मिली है तो 1947 में क्या मिला था. अगर वो भीख थी तो वो भीख किस पात्र में मिली थी.'

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प्रेम देवी ने कहा कि उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों द्वारा सम्पर्क किया जा रहा है. अगर क्रांतिकारी देश भर में प्राण न्यौछावर कर भारत माता को गुलामी की बेड़ियों से आजाद नहीं करवाते तो हालत क्या होती, ये समझना कठिन नहीं है. बता दें कि प्रेम देवी शास्त्री उस क्रांतिकारी परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिसने अंग्रेजों के राज में लगान नहीं दिया और आम जन मानस को स्वाधीनता के प्रति जागरूक किया था.

दरअसल एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में कंगना रनौत ने ये बयान दिया था जिसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुई 24 सेकेंड की एक क्लिप में रनौत को कहते सुना जा सकता है कि, '1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी और जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली है.' इस बयान के बाद कंगना को लेकर सोशल मीडिया पर मीम की बाढ़ आ गई थी, कई लोग उन्हें पद्मश्री देने पर भी सवाल उठा रहे हैं. कांग्रेस से लेकर शिवसेना समेत कई दलों के नेता भी बीजेपी सरकार पर हमलावर हैं.

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Last Updated : Nov 16, 2021, 9:42 AM IST
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