शिमलाः जिला में स्थित हैरिटेज इंस्टिट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म संस्थान की ओर से छात्रों को डिग्री न देने की शिकायत पर पुलिस हरकत में आई है. छात्रों की शिकायत पर पुलिस ने संस्थान प्रबंधकों को तलब करना शुरू किया है. संस्थान के मालिक के साथ ही संस्थान में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों से मामले की जानकारी पुलिस की ओर से जुटाई जा रही है.
बीते कल ही इस संस्थान से पास आउट हुए छात्र डिग्री न देने की शिकायत को लेकर एसपी से मिलने पहुंचे थे. इन छात्रों में एसपी के मीटिंग के व्यस्त होने की वजह से छात्रों ने अपनी संस्थान के खिलाफ शिकायत लिखित रूप में एएसपी प्रवीर ठाकुर को सौंपी है.
छात्रों की परेशानी को देखते हुए एएसपी की ओर से इस मामले में संज्ञान लिया गया है. उन्होंने संस्थान में कार्यरत कर्मचारियों को बुला कर उनसे मामले की पूछताछ की. कर्मचारियों को मामले की पूरी जानकारी न होने की वजह से अब संस्थान में अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है.
सबंधित संस्थान के मालिक के बाहर होने की वजह से अभी पूरा मामला स्पष्ट नहीं हो पाया है. ऐसे में पुलिस की ओर से उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा हैं. मामले में एएसपी प्रवीर ठाकुर का कहना है कि होटल मैनेजमेंट का एक निजी शिक्षण संस्थान है, जिसके छात्र यहां यह शिकायत ले कर आए थे. उन्होंने कहा कि छात्रों की शिकायत पर जांच की जा रही है.
एएसपी ने कहा कि संस्थान से कर्मचारियों को पुछताछ के लिए बुलाया गया था. जिन्होंने बताया है कि 2017 के बाद से उनके पास हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एफिलेशन है, लेकिन इससे पहले जिस मद्दुरई कामराज विश्वविद्यालय से उन्हें मान्यता प्राप्त थी, उसने अपनी मान्यता संस्थान से वापस ले ली थी, जिसकी वजह से उस समय के बैच के कुछ एक छात्रों को डिग्रियां नहीं मिल पाई है, लेकिन वह जल्दी दे दी जाएंगी.
हालांकि अभी इस मामले में संस्थान के मालिक से भी पूछताछ की जाएगी, जिससे कि मामले को सुलझाया जा सकें और छात्रों को राहत मिल सके. बात दें कि हैरिटेज इंस्टिट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म संस्थान की ओर से 2017 में पास आउट हुए बैच के छात्रों को अभी तक उनकी डिग्रियां ही नहीं दी गई हैं. संस्थान ने छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है और अब छात्र अपनी डिग्री और अपने अंतिम समेस्टर के परिणाम के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं.
संस्थान की ओर से डिग्री और सर्टिफिकेट न मिलने से छात्रों का भविष्य खराब हो गया है. उन्हें नौकरी में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जो नौकरियां मिली भी थी उनसे भी डिग्री ना होने की वजह से बाहर निकाला जा रहा हैं.