शिमला: कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर आरोप लगाया है कि वह अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कांग्रेस पर बेबुनियाद आरोप (RATHORE RESPOND TO CM JAIRAM ALLEGATIONS) लगा रहें है. उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही भाजपा ने प्रदेश में डबल इंजन की सरकार का दावा करते हुए प्रदेश के विकास के जो सपने लोगों को दिखाए थे, उन में से एक भी पूरा नहीं हुआ. आज स्थिति यह है कि विकास के नाम पर सरकार को अपने खर्चे चलाने के लिये कर्ज पर कर्ज लेना (DEBT ON HIMACHAL GOVERNMENT) पड़ रहा है. केंद्र के प्रदेश सरकार को एक पैसे की भी कोई आर्थिक मदद नही मिली है.
राठौर ने मुख्यमंत्री के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कर्ज के लिये कांग्रेस को दोषी ठहराया है पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने जब भी कर्ज लिया. वह प्रदेश के विकास पर खर्च किया ना कि नेताओं के ऐशो आराम पर. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश में बढ़ते कर्जों पर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहें है. उन्होंने कहा कि हाल ही के उप चुनावों के बाद भाजपा को मिली करारी हार के बाद मुख्यमंत्री घोषणाओं पर घोषणाएं कर रहें है, जबकि प्रदेश सरकार कर्जों की बैसाखी पर चल रही है.
पीसीसी चीफ ने कहा कि कैग की रिपोर्ट में प्रदेश सरकार के फिजूलखर्ची की पूरी पोल खोल दी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह कहना कि सरकार की आमदनी 25 पैसे है और खर्च एक रुपये है, तो सरकार को अपने खर्च कम करने चाहिए थे. सरकार ने अपने मंत्रियों को महंगी गाड़ियां भी खरीदी साथ ही मुख्यमंत्री ने अपने लिये एक नया उड़न खटोला भी महंगी दर से खरीदा, जबकि प्रदेश की वित्तीय स्थिति नाजुक हालत में चल रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने कार्यकाल में सत्ता का खुल कर दुरुपयोग किया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रदेश की वित्तीय स्थिति को पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया है.
कुलदीप राठौर ने कहा कि जयराम सरकार अब अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत लोगों को झूठे वादे कर उन्हें लुभाने का असफल प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि अब भाजपा को इसका कोई राजनैतिक लाभ मिलने वाला नहीं है. उन्होंने कहा की बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के खिलाफ लोगों ने चार उप चुनावों में सरकार के विरुद्ध अपना जनमत दे दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा को अब सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है, इसलिए उसे प्रदेश में जल्द चुनाव करवाने चाहिए.
ये भी पढ़ें: बेटी और बूटा अनमोल: हिमाचल में तीस हजार पेरेंट्स ने लगाया एक बूटा बेटी के नाम