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SHIMLA: DDU अस्पताल में ईएनटी का डॉक्टर न होने से परेशान हो रहे मरीज

दीन दयाल उपाध्याय जोनल अस्पताल शिमला में अब ईएनटी के डॉक्टर न होने से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ये अस्पताल जिला शिमला का सबसे बड़ा अस्पताल है. इसमें ईएनटी का डॉक्टर न होने से जहां एक ओर मरीज परेशान हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उन लोगों को भी दिक्कतें आ रही हैं, जिन्होंने नाक, कान का अपना डिसेबिलिटी का सर्टिफिकेट बनवाना है, क्योंकि सर्टिफिकेट बनवाने के लिए डॉक्टरों की रिपोर्ट लगती है. उसके बाद यह सर्टिफिकेट जारी किया जाता है.

Patients getting upset due to lack of ENT doctor in DDU hospital
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Published : Nov 9, 2021, 9:08 AM IST

Updated : Nov 9, 2021, 12:48 PM IST

शिमला: दीनदयाल उपाध्याय जोनल अस्पताल शिमला में अब ईएनटी के डॉक्टर न होने से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. करीब दो महीने पहले ईएनटी की डॉक्टर नौकरी छोड़कर चली गई हैं. जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है, क्योंकि रोज कई मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं, लेकिन बाद में उन्हें मजबूरन आईजीएमसी अस्पताल जाना पड़ रहा है.

बता दें कि आईजीएमसी अस्पताल शिमला में घंटों लाइन में लगना पड़ता है जिससे मरीजों को काफी परेशानी होती है. डीडीयू शिमला जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है. डीडीयू अस्पताल में ईएनटी का डॉक्टर न होने से जहां एक ओर मरीज परेशान हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उन लोगों को भी दिक्कतें आ रही हैं, जिन्होंने नाक, कान का अपना डिसेबिलिटी का सर्टिफिकेट बनवाना है, क्योंकि सर्टिफिकेट बनवाने के लिए डॉक्टरों की रिपोर्ट लगती है. उसके बाद यह सर्टिफिकेट जारी किया जाता है.

वहीं, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि नए डॉक्टर के लिए प्रस्ताव भेजा गया है और जल्द ही इस पद को भर दिया जाएगा, ताकि मरीजों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. बता दें कि काेराेना मरीजाें के लिए सबसे बेहतर सेवाएं देने वाले डीडीयू अस्पताल में इससे पहले गाएनो और स्किन के डाॅक्टर के पद भी कई माह तक खाली पड़े रहे. डाॅक्टराें के न हाेने से लगातार मरीज यहां परेशान हाेते रहे. हालांकि प्रशासन की ओर से कई बार इसके लिए प्रस्ताव भेजे गए, जिसके बाद यहां पर अब दाेनाें विभागाें में डाॅक्टर आए हैं, मगर अब फिर से ईएनटी के डाॅक्टर के पद खाली हाे गया है.

ये भी पढ़ें- कैबिनेट का फैसला: धर्मशाला में 15 दिसंबर से शुरू होगा विधानसभा का शीतकालीन सत्र

शिमला: दीनदयाल उपाध्याय जोनल अस्पताल शिमला में अब ईएनटी के डॉक्टर न होने से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. करीब दो महीने पहले ईएनटी की डॉक्टर नौकरी छोड़कर चली गई हैं. जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है, क्योंकि रोज कई मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं, लेकिन बाद में उन्हें मजबूरन आईजीएमसी अस्पताल जाना पड़ रहा है.

बता दें कि आईजीएमसी अस्पताल शिमला में घंटों लाइन में लगना पड़ता है जिससे मरीजों को काफी परेशानी होती है. डीडीयू शिमला जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है. डीडीयू अस्पताल में ईएनटी का डॉक्टर न होने से जहां एक ओर मरीज परेशान हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उन लोगों को भी दिक्कतें आ रही हैं, जिन्होंने नाक, कान का अपना डिसेबिलिटी का सर्टिफिकेट बनवाना है, क्योंकि सर्टिफिकेट बनवाने के लिए डॉक्टरों की रिपोर्ट लगती है. उसके बाद यह सर्टिफिकेट जारी किया जाता है.

वहीं, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि नए डॉक्टर के लिए प्रस्ताव भेजा गया है और जल्द ही इस पद को भर दिया जाएगा, ताकि मरीजों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. बता दें कि काेराेना मरीजाें के लिए सबसे बेहतर सेवाएं देने वाले डीडीयू अस्पताल में इससे पहले गाएनो और स्किन के डाॅक्टर के पद भी कई माह तक खाली पड़े रहे. डाॅक्टराें के न हाेने से लगातार मरीज यहां परेशान हाेते रहे. हालांकि प्रशासन की ओर से कई बार इसके लिए प्रस्ताव भेजे गए, जिसके बाद यहां पर अब दाेनाें विभागाें में डाॅक्टर आए हैं, मगर अब फिर से ईएनटी के डाॅक्टर के पद खाली हाे गया है.

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Last Updated : Nov 9, 2021, 12:48 PM IST
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