शिमला: हिमाचल प्रदेश में निजी स्कूलों द्वारा नए शिक्षा सत्र में बढ़ाई गई फीस के खिलाफ अभिभावकों ने प्रदेश भर में मोर्चा खोल दिया है. जिला शिमला में हिमाचल अभिभावक संघ ने उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर एडीसी को ज्ञापन सौंपकर निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने की मांग की है.
निजी स्कूलों पर मनमानी का आरोप
साथ ही फीस कम न करने पर आने वाले समय में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी. अभिभावक संघ का आरोप है कि निजी स्कूल मनमानी पर उतर आए हैं और बिना पीटीए से विचार-विमर्श के ही फीस में वृद्धि कर दी है. जिसके चलते अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ा दी है.
निजी स्कूलों ने बिना विचार-विमर्श किए बढ़ाए फीस
स्कूल अभिभावक संघ के संयोजक हमिंद्र सिंह का कहना है कि निजी स्कूलों ने वर्ष 2021-22 की जो फीस अनुसूची निकाली है, उसमें भारी भरकम बढ़ोतरी की गई है. फीस बढ़ाने के फैसले में अभिभावकों को शामिल नहीं किया गया था. उन्होंने कहा कि 2020 से ही स्कूल कोरोना महामारी के चलते बंद है. स्कूलों को पूरे साल की ट्यूशन फीस दी गई है लेकिन निजी स्कूलों द्वारा फीसों में वृद्धि कर दी है.
सीएम और शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई
निजी स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए कई बार शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन इस पर कोई भी कार्रवाई अभी तक नहीं की गई. जबकि कोरोना के चलते लोगो के व्यवसाय ठप हो चुके हैं. ऐसे में भारी भरकम फीस देने के लिए लोगों के पास पैसे नहीं है.
आंदोलन की चेतावनी
अभिभावक संघ ने जिला प्रशासन और सरकार से निजी स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए स्कूलों पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने की मांग की है. अभिभावक संघ का कहना है कि जो भी निजी स्कूल मनमर्जी से फीस बढ़ा रहे हैं, उन पर लगाम लगाई जाए. यदि ऐसा नहीं होता तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी.
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