शिमला: राजधानी शिमला के ओल्ड बस स्टैंड की टनल जहां से कभी गुजरना मुश्किल होता था, दीवारों पर धूल और चारों तरफ गंदगी बिखरी रहती थी. वहीं, अब उन्हीं दीवारों से लोगों की नजर नहीं हट रही है. ओल्ड बस स्टैंड की टनल (Shimla Old Bus Stand Tunnel) की दीवारों का रंग रोगन करने के बाद स्वच्छता, प्रदूषण और फिटनेस का संदेश देते चित्र दीवारों पर उकेरे गए हैं. ओल्ड बस स्टैंड की टनल को संवारने का जिम्मा हीलिंग हिमालय संस्था ने उठाया है.
संस्था ने अपने फंड से सात लाख खर्च कर इस टनल की (painting on shimla tunnel walls) दीवारों पर रंग किया और उसके बाद पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए दीवारों पर चित्र बनाए गए हैं. इन चित्रों के माध्यम से प्लास्टिक का उपयोग न करने और स्वच्छता बनाए रखने का संदेश लोगों को दिया गया है. साथ ही बढ़ रहे प्रदूषण के दुष्प्रभाव को भी चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है. इसके अलावा चित्रों के माध्यम से फिटनेस का भी संदेश दिया जा रहा है. इस कार्य को करने में संस्था को करीब 2 महीने का समय लगा है. दीवारों पर चित्र बनाने का काम विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा किया गया है.
हीलिंग हिमालय संस्था के संस्थापक प्रदीप सांगवान ने कहा कि वे काफी समय से शिमला आते थे और पिछले 4 सालों में यहां पर स्वच्छता को लेकर काम भी कर रहे हैं. ओल्ड बस स्टैंड की टनल में काफी गंदगी बिखरी रखती थी और दीवारों पर धूल जमी हुई थी. जिसको देखते हुए परिवहन निगम से बात की गई और टनल की दीवारों को रंग किया गया. जिसके बाद दीवारों पर चित्र बना कर लोगों को स्वच्छता के साथ-साथ ग्लोबल वॉर्मिंग और फिटनेस का संदेश देने वाले चित्र बनाए गए हैं ताकि यहां के लोगों के साथ-साथ बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को भी जागरूक किया जा सके.
उन्होंने बताया कि इस कार्य को करने में करीब 2 महीने लगे हैं. उन्होंने कहा कि इस पूरे काम में उनकी टीम ने खूब मेहनत की है. प्रदीप सांगवान ने कहा कि वे 2016 से राजधानी शिमला में स्वच्छता को लेकर कार्य कर रहे हैं. यहां पर स्वच्छता अभियान चलाने के साथ-साथ पर्यटन स्थलों को भी साफ-सुथरा रखने का कार्य कर रहे हैं.