शिमला: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में एजेंडों पर चर्चा न होने से विपक्ष ने मंगलवार को सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर के बाहर धरना प्रदर्शन किया और काफी देर तक चैंबर के बाहर ही बैठे रहे. साथ ही विपक्ष ने मुद्दों को दरकिनार कर सत्तापक्ष के मुद्दों को उठाने के आरोप लगाए हैं.
वहीं, संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज विपक्ष को मनाने के लिए बाहर आए, लेकिन विपक्ष नहीं माना. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के बाहर आने के बाद विपक्ष बात करने के लिए राजी हुआ और अध्यक्ष से आश्वासन मिलने के बाद ही सदन के अंदर जाने के लिए राजी हुए.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में विपक्ष की आवाज दबाने के आरोप लगाए और कहा कि आज प्रजातंत्र दिवस है और यहां लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. उन्होंने कहा कि विपक्ष जो भी एजेंडे रख रहा है, उन्हें दरकिनार किया जा रहा है और सत्तापक्ष के मुद्दों पर ही चर्चा करवाई जा रही है.
उन्होंने कहा कि शिमला मटौर फोरलेन पर नियम 62 के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगाया गया था, लेकिन उसे नहीं उठाया गया और उसकी जगह सत्ता पक्ष के मुद्दों को चर्चा के लिए उठाया गया है.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कई बार विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विपक्ष के मुद्दों को दरकिनार किया गया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार द्वारा लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है और सदन में प्रश्न तक नए उठाए जा रहे हैं.
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