रामपुरः जिला शिमला के रामपुर स्थित दो सौ बैड वाले महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर में ऑक्सीजन न मिलने से सोमवार को एक मरीज की मौत हो गई. मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि वह बार-बार ऑक्सीजन की मांग के बावजूद भी उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिली, जिससे मरीज की मौत हो गई. चिकित्सालय मरीजों के तीमारदारों आरोप लगाया की मरीजों की जांच करने के लिए समय पर चिकित्सक नहीं आ रहे हैं, जिससे मरीजों की हालत बिगड़ रही है.
ऑक्सीजन न मिलने महिला की मौत
जानकारी देते हुए रामपुर शोली गांव के पूरन शर्मा ने बताया कि कल वे अपनी मां को बीमार हालत में अस्पताल लाए थे. शाम को इमरजेंसी में मरीज को एडमिट किया गया. चिकित्सकों व नर्सों ने उनकी देखभाल ठीक की, लेकिन रात को ही ऑक्सीजन खत्म हो गई. वे बार-बार ऑक्सीजन के लिए भटकते रहे. बावजूद असके सुबह उनकी मां की सुबह 11 बजे मौत हो गई.
'अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं'
इसके अलावा महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिषद खनेरी के कोविड-19 प्रभारी डॉ. गुमान नेगी ने बताया कि वर्तमान में जितने भी मरीज है, उनके लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता है, लेकिन जिस तरह आने वाले दिनों में ऑक्सीजन की कमी की संभावना है उसके लिए तैयारियां की जा रही है. उन्होंने बताया कि कई बार बीच में तकनीकी समस्या आ सकती है, लेकिन उसके लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था उनके पास है.
बता दें कि चार जिलों को विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले 200 सौ बैड वाले खनेरी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी चलते एक मरीज की मौत हो गई है. इसके अलावा चिकित्सालय में बिजली वायरिंग भी ठीक नहीं है, जिससे मरीजों को बिजली से चलने वाले उपकरणों को लगाने में दिक्कत पेश आ रही थी. जिसकी तरफ प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
ये भी पढ़ेंः मदद के लिए आगे आया हिमाचल, दिल्ली को दी जाएगी ऑक्सीजन