शिमला: ओल्ड पेंशन को बहाल करवाने (Demand of OPS in Himachal) को लेकर एमपीएस ने क्रमिक अनशन की मुहिम छेड़ रही है. इस मुहिम के तहत हर जिले के कर्मचारी अनशन पर (NPS Hunger strike in shimla) बैठ रहे है. मंगलवार को सिरमौर जिला एनपीएस की कार्यकारणी भी अनशन पर बैठी. जिसमें जोइया मामा का नारा लगाने वाले ओम प्रकाश भी पहुंचे. अनशन के दौरान उन्हें एनपीएस का राज्य प्रवक्ता नियुक्त किया गया. ओम प्रकाश ने जोइया मामा के नारे का राजनीतिकरण करने के आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगाए गए नारे में ऐसा कुछ नहीं था, लेकिन विवाद खड़ा किया गया.
मामा शब्द किसी को सुशोभित करने के लिए किया जाता है. बेवजह इसका राजनीतिकरण किया गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सिरमौर में रैलियां कर रहे (Joiya Mama Manda Nahi) हैं और अपने आप को सिरमौर का मामा और उन्हें भांजा बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि कर्मचारी शुरू से ही ओल्ड पेंशन बहाल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और ये संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक ओल्ड पेंशन बहाल नहीं हो जाती. उन्होंने कहा कि इस सरकार का अब एक महीना बचा है और उम्मीद है कि ये सरकार ओल्ड पेंशन बहाल करेगी.
वहीं एनपीएस संघ (Demands of Government employees in Himachal) के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि ओल्ड पेंशन की बहाली के लिए चारों लोकसभा क्षेत्रों में अनशन शुरू किया गया है और शिमला में अनशन का आज 25वां दिन है. आज सिरमौर की टीम अनशन पर बैठी है. जिसमे 3 मार्च को जोइया मामा का नारा लगाने वाले ओम प्रकाश भी शामिल हैं. ये नारा प्रदेश ही नहीं देश में भी काफी चर्चा में रहा. आज ओम प्रकाश को एनपीएस का राज्य प्रवक्ता बनाया गया है. उन्होंने कहा कि ये अनशन तब तक जाती रहेगा जब तक ओल्ड पेंशन बहाल नहीं की जाती. 15 सितंबर के बाद वोट फॉर ओपीएस अभियान शुरू किया जाएगा.
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