किन्नौर: जनजातीय जिला मुख्यालय रिकांगपिओ मुख्य बाजार से बस स्टैंड की तरफ जाने वाली मुख्य पैदल रास्ते में स्ट्रीट लाइट्स नहीं होने से स्थानीय दुकानदारों और लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. स्ट्रीट लाइट के नहीं होने से इस रास्ते में लोगों को रात के समय आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
दुकानदार रात में अपनी दुकानें बंद करके अपने क्वार्टर या अपने गंतव्य स्थान के लिए जाते हैं तो उस समय इस रास्ते में आवारा कुत्तों, जंगली जानवरों और शरारती तत्वों का खौफ बना रहता है. वहीं, स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि इस रास्ते में स्ट्रीट लाइट के नहीं होने से जंगली जानवरों और शरारती तत्वों का खतरा बना हुआ है.
दुकानदारों ने कहा कि आगामी आने वाले दिनों में बर्फबारी की वजह से इस रास्ते में काफी फिसलन हो जाती है और अंधेरे में लाइट्स के नहीं होने की वजह से कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि रिकांगपिओ से बस स्टैंड तक जल्द से जल्द स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था की जाए.
स्थानीय लोगों ने तो प्रशासन और ठेकेदारों पर आरोप लगाया कि कुछ महीने पहले रिकांगपिओ क्षेत्र के इर्द-गिर्द सौ सोलर लाइट ऐसे स्थानों पर लगाए गए है जहां इसकी जरूरत ही नहीं थी जबकि रिकांगपिओ मुख्य बाजार से क्षेत्रीय बस अड्डे तक स्ट्रीट लाइट नहीं हैं. उन्होंने कहा कि रिकांगपिओ मुख्य बाजार की ओर प्रतिदिन सैकड़ों लोग रात के समय गुजरते हैं.
वहीं, इस संबंध में एसडीएम कल्पा एवं साडा सचिव मेजर अवनिंद्र कुमार ने कहा कि जिला मुख्यालय रिकांगपिओ के कई क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि आगामी आने वाले बजट में उन सभी स्थानों पर स्ट्रीट लाइट लगा दी जाएगी.
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