शिमला: नागरिक सभा ने पानी व गारबेज की दरों में की गई बढ़ोतरी के खिलाफ नगर निगम के महापौर कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया है. नागरिक सभा ने दरों में कमी ना करने पर जन आंदोलन के जरिए जनता के साथ मिलकर सड़कों पर उतरने की नगर निगम प्रशासन को चेतावनी दी है.
नागरिक सभा ने कहा है कि गारबेज क्लैक्शन की दरों मे हर साल 10 प्रतिशत की वृद्धि दर किसी भी रूप में मान्य नहीं होगी. उन्होंने कहा कि शिमला शहर में पानी की दरों में भारी वृद्धि व सीवरेज सेस के नाम पर भारी लूट की जा रही है.
उन्होंने कहा कि मर्ज एरिया के लोगों से कमर्शियल दरों पर पानी के बिल वसूलने बंद किया जाएं. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन बिलों से गरीब लोगों और परेशान होते है. नागरिक सभा ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित नगर निगम में जन सुविधाओं की दरों में भारी वृद्धि की जा रही है.
नगर निगम कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए काम कर रही है. इसी मुहिम के तहत पानी व कूड़े के निजीकरण की साजिशें रची जा रही हैं. नागरिक सभा ने मांग की है कि गारबेज कलेक्शन की दरों में हर साल दस प्रतिशत बढ़ोतरी का निर्णय वापिस लिया जाए. साथ ही पानी की दरों में की गई बढ़ोतरी वापिस ली जाए.