किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा क्षेत्र में तीन क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, लेकिन स्थानीय विधायक जगत सिंह नेगी ने क्वारंटाइन सेंटर्स को लेकर नाराजगी जताई है. दरअसल बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में से एक आकपा के करीब रेता खान में भवन की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे टेंट के सहारे पीड़ितों को इलाज के लिए रखा गया है.
बता दें कि निचारखंड के निगुलसरी और उरणी आईटीआई को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. साथ ही कल्पा खंड के सांगला जीरा फार्म और पूह खंड के रेता खान को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. इन सभी क्वारंटाइन सेंटर में से आकपा समीप रेता खान में भवन की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे टेंट के सहारे पीड़ितों को इलाज के लिए रखा गया है.
विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों व मजदूरों को जिला के विभिन्न स्थानों पर क्वारंटाइन किया जा रहा है, लेकिन आकपा समीप रेता खान में भवन की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे मरीजों को नदी के पास बनाए गए टेंट में रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि भवन के साथ-साथ वहां पर खाने-पीने की भी सही व्यवस्था नहीं है और बारिश के दौरान टेंट में पानी घुसने से मरीजों को ठंड में रहना पड़ रहा है.
जगत सिंह नेगी ने कहा कि सतलुज का जलस्तर काफी बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ आने की भी संंभावना बनी हुई है. ऐसे में नदी के पास बने क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों के लिए खतरा पैदा हो रहा है. उन्होंने कहा कि आकपा के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में कई ऐसे इलाकें हैं, जहां स्कूल के भवन खाली हैं और बाहरी राज्यों से आने वाले सभी लोगों को पूरी व्यवस्था के साथ रखा जा सकता है. वहीं, उन्होंने सरकार व प्रशासन पर खानापूर्ति करने का आरोप लगाया है.
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