किन्नौर: जिला में बादल फटने और विभिन्न हिस्सों में बारिश से भारी नुकसान हुआ है. जानकारी के अनुसार यहां करीब 2 करोड़ की क्षति हुई है. उपायुक्त गोपाल चन्द ने शनिवार को संबंधित विभाग के अधिकारियों को क्षतिग्रस्त सड़कों, पेयजल, सिंचाई योजनाओं व विधुत आपूर्ति को तत्काल बहाल करने के निर्देश दिए हैं, ताकि जिले के लोग, किसानों व बागवानों को किसी भी प्रकार की कठिनायों का सामना न करना पडे़.
उपायुक्त गोपाल चन्द ने बताया कि जिले के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और बादल फटने से सड़कें, पुलों, पेयजल व सिंचाई योजनाओं व विधुत विभाग को भारी नुकसान हुआ है. जिससे जिला प्रशासन ने संबधित अधिकारियों व कर्मचारियों को नुकसान का अनुमान लगाने के निर्देश दिए हैं. लोक निर्माण विभाग के सड़कों व पुलों को भारी बारिश व बादल फटने के कारण 2 करोड़ 57 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.
![District administration loss to rain](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/hp-knr-kinnaurfloadnews-img-10012_10082019100736_1008f_1565411856_1089.jpg)
डीसी गोपाल चन्द ने बताया कि जिले के स्पीलो, लाबरंग, कानम सड़क के कराला नाले पर बाढ़ के कारण 6 मीटर सड़क बह गई है और इसके अलावा अनेक स्थानों पर सड़क को भारी क्षति हुई है. उन्होंने बताया कि भारी वर्षा के कारण ठंगी, कुन्नू, चारंग सड़क और रिब्बा, गोम्पा से रिब्बा कंडा सड़क भी कई जगह क्षतिग्रस्त हुई है.
डीसी गोपाल चन्द ने बताया कि लिप्पा आसरंग सड़क व संपर्क सड़क नेसंग और राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर रिब्बा नाला के पास नेसंग झूला व स्कीबा के निकट भारी वर्षा के कारण अवरूद्व हुआ है. उन्होंने बताया कि तंगलिंग में 7 सिंचाई योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई है जिनका प्रारम्भिक तौर पर 28 लाख का नुकसान आंका गया है.
![District administration loss to rain](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/hp-knr-kinnaurfloadnews-img-10012_10082019100736_1008f_1565411856_852.jpg)
डीसी गोपाल चन्द ने बताया कि भारी वर्षा के कारण 6 ग्रामीण रास्ते भी क्षतिग्रस्त हुए हैं जिसका नुकसान लगभग 18 लाख आंका गया है. उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त वन विभाग का एक पुल व सांई परियोजना के एक पुल को भी नुकसान हुआ है.
गोपाल चन्द ने बताया कि मूरंग तहसील में भारी वर्षा व बादल फटने के कारण 9 सिंचाई कुहलें क्षतिग्रस्त हुई है, जिसमें 20 लाख का नुकसान आंका गया है. उन्होंने कहा कि मूरंग में 4 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान होने के साथ-साथ मूरंग तहसील में भी बादल फटने के कारण 2 घर व 2 घराट आंशिक रूप से क्षतिग्रत हुए हैं, जबकि 3 दोगरी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है. उन्होंने कहा कि आसरंग में ओलावृष्टि के कारण बागवानों व किसानों को हुए नुकसान को 5 लाख रुपये आंका गया है, जबकि आसरंग में 2 घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है.
![District administration loss to rain](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/hp-knr-kinnaurfloadnews-img-10012_10082019100736_1008f_1565411856_852.jpg)
गोपाल चन्द ने बताया कि सिंचाई व जन स्वास्थ्य उपमण्डल पूह के लाबरंग, कोलबार, मयूर, जोफो व यातन खरगा आदि बहाव सिंचाई योजनाओं को लगभग 60 लाख रुपये का नुकसान आंका गया है. उन्होंने कहा कि जल आपूर्ति योजना कानम, स्पीलो व सुरपू भी भारी वर्षा के कारण आई बाढ से क्षतिग्रस्त हुई है, जिसका 20 लाख रूपये का नुकसान आंका गया है.
गोपाल चन्द ने बताया कि कानम में सबसे अधिक क्षति हुई है लगभग 300 बीघा भूमि पर सेब के पौधों व फसल को भारी क्षति पहुंची है. उन्होंने बताया कि एडीएम पूह के नेतृत्व में लोक निर्माण विभाग, सिंचाई व जन स्वास्थ्य व कृषि व बागवानी विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. इसके अलावा कानम गांव को जोड़ने वाली सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुई है.
उपायुक्त ने बताया कि रिकांग पिओ सिंचाई व जन स्वास्थ्य उपमण्डल रिकांग पिओ में 11 जल आपूर्ति योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई है, जबकि 3 बहाव सिंचाई योजना का अनुमानित नुकसान लगभग 74 लाख आंका गया है. इसके अलावा लगभग 80 लाख रुपये के बाढ़ सुरक्षा कार्य भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि कानम गांव में विद्युत आपूर्ति लाइन भी क्षतिग्रस्त हुई है. साथ ही सांगला, टापरी, रिकांग पिओ उपमण्डल के तहत भारी वर्षा के कारण विधुत विभाग को लगभग 7 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.