किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी और प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी के बीच रोजाना ज़ुबानी आरोप प्रतिआरोप का सिलसिला जारी है. रविवार को विधायक किन्नौर ने सूरत नेगी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे जिला किन्नौर में अपने निगम के काम छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रो में लोगो को गुमराह कर राजनीति कर रहे हैं.
जगत सिंह नेगी ने कहा कि उनका काम केवल वन निगम के डिपुओं में व्यवस्था देखना है, लेकिन वे ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर राजनीति कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है. विधायक ने कहा कि सूरत नेगी लगातार सरकारी खर्चों का दुरुपयोग कर जिला के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं जबकि वे किन्नौर के विधायक पर टीए-डीए का हिसाब मांग रहे हैं और स्वयं सरकारी तंत्र व सरकारी खर्चों पर पूरे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में घूमकर सरकारी कार्यों की घोषणाएं कर रहे हैं.
सरकारी खर्चों का कर रहे दुरुपयोग
जगत सिंह नेगी ने कहा कि ये सब उनके कार्यक्षेत्र का हिस्सा नहीं है. उन्होंने प्रदेश सरकार से ऐसे सभी निगम जो सरकार के खर्चों का दुरुपयोग कर रहे हैं, उन्हें बंद करने की मांग की है. साथ ही किन्नौर में वन निगम के उपाध्यक्ष से भी उनके घूमने फिरने के सरकारी खर्चो के हिसाब जनता को दिए जाने की मांग की है.
खर्च का हिसाब जनता को दें
विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने कहा कि पिछले दिनों सूरत नेगी ने उनके टीए डीए के बारे में सरकार से आरटीआई मांगी थी जिसमें उनका 12 लाख खर्चा दिखाया गया था जबकि एक विधायक प्रदेश के सभी सरकारी कमेटियों का सदस्य होता है और विधायक को हर बैठक में उपस्थित रहना पड़ता है जिसमें उन्हें टीए डीए मिलता है, लेकिन सूरत नेगी ने 40 लाख रुपये अपने घूमने फिरने में खर्च किए हैं, उसका हिसाब वे जनता को दें.
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