शिमला: देश-विदेश में जन-जन की जुबां पर चढ़ चुके योग का जादू इंटरनेशनल योग डे पर दिखेगा. देश-विदेश के साथ हिमाचल में भी इंटरनेशनल योग डे पर आयोजन होंगे. इस बार की खास बात ये है कि दुनिया की सबसे लंबी सुरंग अटल टनल के पास (Program in Atal Tunnel on Yoga Day) भी योग महोत्सव के तहत आयोजन किया जाएगा. यहां केंद्रीय खेल राज्यमंत्री निशिथ प्रमाणिक मुख्य अतिथि होंगे.
हिमाचल सरकार के योग व आयुर्वेद विभाग के निदेशक विनय सिंह ने ईटीवी के साथ बातचीत में कहा कि प्रदेश में चार केंद्रीय मंत्री 21 जून को आयोजन में (Four Union Ministers come to Himachal on Yoga Day) शामिल होंगे. इस बार आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी में योग दिवस मनाया जा रहा है. हिमाचल की प्राकृतिक वादियों में योग दिवस के आयोजन को प्राथमिकता दी गई है. मंडी जिले की पराशर लेक के समीप केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत किशनराव कराड मुख्य अतिथि होंगे. इसके अलावा केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर नालागढ़ में, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कांगड़ा किला में आयोजित होने वाले समारोह में शिरकत करेंगे.
विनय सिंह ने कहा कि हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर शिमला के रिज मैदान पर आयोजन में शामिल होंगे. प्रदेश भर में 120 स्थानों पर आयोजन किए जाएंगे. प्रदेश के सभी 12 जिलों में प्रत्येक में कम से कम 10 स्थानों पर योग दिवस पर कार्यक्रम होंगे. इसके अलावा आयुर्वेद के सभी संस्थानों में भी योग दिवस पर लोग जुटेंगे. कम से कम 1200 स्थानों को चिन्हित कर वहां आयोजन की रूपरेखा तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी पंचायतों के लिए संदेश दिया है. विभाग ने इस संदेश को वीडियो के माध्यम से सभी को पहुंचाया है. पीएम के संदेश में कहा गया है कि ग्रामीण इलाकों में प्राकृतिक स्थानों पर योग व प्राणायाम आदि किया जाए.
उन्होंने कहा कि विभाग एक महीने से तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है. उन्होंने कहा कि ये आठवां विश्व योग दिवस है. वर्ष 2014 में देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ सभा में योग दिवस से (8th World Yoga Day) संबंधित प्रस्ताव रखा था. उसके बाद से 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस घोषित किया गया था, यह आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस होगा.
इस साल योग दिवस का थीम योग फॉर ह्यूमैनिटी यानी मानवता के लिए योग (Yoga For Humanity) रखा गया है. भारत के संदर्भ में यह थीम बहुत मायने रखता है. क्योंकि भारत वर्ष के दर्शन में वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा है, इसलिए ये थीम और भी अहम हो जाता है. विनय सिंह के अनुसार कोविड काल में भी योग की अहमियत जगजाहिर हुई है. योग के कारण दुनिया भर के लोगों को कोविड संकट के दौरान मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनाने में मदद मिली. इससे तनाव व अवसाद से बचने में मदद मिली है.
ऐसे में योग दिवस जैसे आयोजन मानवता की बेहतरी के लिए और भी प्रासंगिक हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस आयोजन को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. आम जनता में भी इंटरनेशनल योग डे को लेकर उत्साह है. विभाग ने अपनी तरफ से भी युवाओं में प्रचार-प्रसार किया है. उन्होंने कहा कि आयुष संस्थानों में वेलनेस सेंटर में महिला व पुरुष योग प्रशिक्षक तैनात होंगे.